परशुरामपुर क्षेत्र बनता जा रहा है शराबियों का अभयारण्य ,पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल

 


परशुरामपुर  बनता जा रहा है शराबियों का अभयारण्य! पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल

बस्ती,परशुरामपुर

बस्ती जनपद का परशुरामपुर थाना क्षेत्र इन दिनों कच्ची शराब माफियाओं के आतंक से त्रस्त है। विशेषकर मनोरमा नदी के किनारे बसे गांव – हर्रैया, भोपतपुर, खेमराजपुर, भटवलिया, मुजहा, टेमा व अमरौली – अब शराबियों के अभयारण्य में बदलते जा रहे हैं।

कच्ची शराब का धंधा खुलेआम चल रहा है, लेकिन पुलिस की भूमिका केवल तमाशबीन की बन गई है। गांवों की झाड़ियों, खेतों और सुनसान रास्तों पर दिन-दहाड़े शराब बनाई और बेची जा रही है। स्थानीय युवाओं का नशे की ओर झुकाव बढ़ता जा रहा है, जिससे अपराध दर में भी तेजी से इज़ाफा हुआ है।

चौंकाने वाली बात यह है कि मनोरमा नदी के तट पर बने दर्जनों भट्टियों पर खुलेआम शराब पकाई जा रही है, जिसकी दुर्गंध और धुएं से गांववाले त्रस्त हैं। कई लोगों की जान तक जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

प्रश्न यह उठता है – क्या पुलिस और प्रशासन इन माफियाओं से मिले हुए हैं? या फिर यह अक्षम तंत्र की तस्वीर है?

जनता की मांग है कि तत्काल प्रभाव से विशेष अभियान चलाकर भट्टियों को नष्ट किया जाए और जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। वरना आने वाले समय में यह क्षेत्र एक सामाजिक संकट में बदल जाएगा।

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