मजदूर का एकलौता किशोर पुत्र फांसी पर झूला

 


जौनपुर । 

जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र के गांव मधईपुर में एक   घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। मजदूरी करने वाले दंपति के किषोर और इकलौते बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार, ओमप्रकाश सरोज और उनकी पत्नी प्रमिला मुंबई में एक कंपनी में मजदूरी करते हैं। उनके छह बच्चों में से पांच बेटियां और एक बेटा था। एक बेटी की 10 साल पहले मृत्यु हो चुकी थी, जबकि दो बेटियों की शादी हो चुकी है। घटना शनिवार को उस समय हुई, जब आदर्श की दादी धनदैइ और दो बहनें घर पर नहीं थीं। 14 वर्षीय आदर्श ने घर के सामने लगे छप्पर में बांस के सहारे नायलॉन की रस्सी से फांसी लगा ली। करीब आधे घंटे बाद जब परिवार के सदस्य घर लौटे, तो उन्होंने आदर्श को फांसी पर लटका देखा। 
उनकी चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए।  पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना से कुछ दिन पहले आदर्श को उसकी बड़ी बहनों ने पढ़ाई को लेकर डांटा था। माना जा रहा है कि इसी बात से नाराज होकर उसने यह कदम उठाया। फरवरी के पहले सप्ताह में ही उसके माता-पिता घर आए थे और 12 फरवरी को वापस मुंबई लौट गए थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इकलौते बेटे की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form