साहित्यकार डॉ अजीत कुमार श्रीवास्तव राज़ की रचना को ‘रूह से पब्लिकेशन’ द्वारा आगरा से प्रकाशित ‘कासकाड ऑफ रिवरीज़’ नाम काव्य संग्रह में स्थान मिला है। उनकी रचना ‘‘खि़लाफ़ अपने उठती लहर देखता हूं मैं लोगों की आंखों में डर देखता हूं, दुखी हैं बहुत लोग आदत से उसकी’’ को विश्व स्तरी काव्य संग्रह में स्थान मिलने पर जनपद के साहित्यकारों ने उन्हे बधाई और शुभकामनायें दिया है।
इस काव्य संग्रह को फॉरएवर स्टॉर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है। सतेंद्र नाथ मतवाला, डॉ रघुवंश मणि, डॉ विनोद उपाध्याय, सुशील सिंह पथिक, जगदंबा प्रसाद भावुक, डॉ राकृष्ण लाल जगमग, श्याम प्रकाश शर्मा, हरीश दरवेश, दीपक सिंह प्रेमी, हरिकेश प्रजापति, डॉ राजेंद्र सिंह राही, शाद अहमद शाद, सर्वेश श्रीवास्तव, पत्रकार अशोक श्रीवास्तव आदि ने डा. अजीत को बधाइयां देते हुये उनकी रचनाओं को सराहा और उनके द्वारा साहित्य के क्षेत्र में दिये जा रहे योगदान को बस्ती जनपद का गौरव बताया।
इस काव्य संग्रह को फॉरएवर स्टॉर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है। सतेंद्र नाथ मतवाला, डॉ रघुवंश मणि, डॉ विनोद उपाध्याय, सुशील सिंह पथिक, जगदंबा प्रसाद भावुक, डॉ राकृष्ण लाल जगमग, श्याम प्रकाश शर्मा, हरीश दरवेश, दीपक सिंह प्रेमी, हरिकेश प्रजापति, डॉ राजेंद्र सिंह राही, शाद अहमद शाद, सर्वेश श्रीवास्तव, पत्रकार अशोक श्रीवास्तव आदि ने डा. अजीत को बधाइयां देते हुये उनकी रचनाओं को सराहा और उनके द्वारा साहित्य के क्षेत्र में दिये जा रहे योगदान को बस्ती जनपद का गौरव बताया।
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