बस्ती,वशिष्ठ नगर
महाभारत कालीन स्मृतियों को सजोता शिव का हजारों वर्ष का यह शिव लिंगकर्ण महाराज का अपभ्रंश कडर मंदिर बस्ती जिला मुख्यालय से 9 की मि पर बस्ती रेलवे स्टेशन से 5 की मि पूर्व बस्ती गोरखपुर रेल लाइन के सटे उत्तर दिशा में साऊघाट ब्लॉक के कड़र खास नामक गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। जनश्रुतियों अनुसार महाभारत के महान योद्धा कर्ण ने यहां भगवान शंकर की पूजा करके इस शिवलिंग को स्थापित किया था, जिससे को कर्ण अपभ्रंश में कड़र कहा जाने लगा। कालांतर में घने जंगल और सरपत से यह शिवलिंग ढक गया जहां गाय भैंस चराने वाले इसे साधारण पत्थर समझ कर इस पर अपनी लोहे के औजारों को धार देते थे ।जिसके निशान आज भी शिवलिंग पर बने हुए हैं निर्मली कुंड के बाबा तुलसीदास ने इस मंदिर का निर्माण जन सहयोग से करवाया।
इसी मंदिर से सटा हुआ कब्रिस्तान और ईदगाह है जिसके कारण मंदिर पर मुस्लिम समाज द्वारा दावा किया गया । दोनों पक्षों से बराबर तनातनी बनी हुई थी और मुस्लिम समाज द्वारा कई बार मंदिर परिसर में ताजिया भी रखा जाने लगा जिसका स्थानीय हिंदू समाज ने पुरजोर विरोध किया, शांति भंग की आशंका को देखते हुए यहां पर बराबर पीएससी की तैनाती बनी रही। मुस्लिम समाज और मंदिर समिति की ओर से लड़ाई हाईकोर्ट तक लड़ी गई, जिसमें लंबी लड़ाई के बाद में हिंदू पक्ष की जीत हुई और जिसमें बाद में हाई कोर्ट के निर्णय से मंदिर की चौहद्दी को सुरक्षित करा दिया गया आज यहां एक भव्य शिव मंदिर बना हुआ है जहां उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के अतिरिक्त संत कबीर नगर और सिद्धार्थनगर तथा गोंडा जिले से भी बड़ी संख्या में भगवान शिव के भक्ति पूजा अर्चना के लिए आते हैं।
सांसद निधि और विधायक निधि से इस मंदिर के पीछे एक बड़े पोखरे और मंदिर परिसर का सुंदरीकरण कराया गया है।यह मंदिर सरकारी उपेक्षा,उपहास का शिकार हे.पुरानी बस्ती के व्यापारी समाज और आस पास के लाखों भक्तों के आशा का केंद्र यह मंदिर भारत के पर्यटन नक्शे पर आने की योग्यता रखता है.
राहुल शुक्ल जिगना