मैं नेवी ऑफिसर हूं,गोली मार दूंगा,जब बस्ती पुलिस क्लीव(हिजड़ों) तक को सुरक्षित नहीं कर पा रही तब क्या उससे और विश्वास करें

 

आज बस्ती पुलिस को क्लीव को सम्मान नहीं दे पा रही तब साधारण को कैसे सुरक्षित रख पाएगी.एक हिजड़ा जिसे परमात्मा ने ही वर्ग विशेष क्लीव (हिजड़ा) उपेक्षित,उपहास और घृणा भरी जिंदगी में ढकेल दिया हो उसे  भला पुलिस न्याय देने के क्यों न हाथ खड़ा करले.पुलिस की वृत्तियों से सब वाकिफ है पर,पुलिस को देख कर  दिमाग में अन्य चेहरे अक्स होते हैं  सम्माननीय नहीं.दुर्भाग्य है एक हिजड़े को न्याय के लिए समाचार पत्रों तक आना पड़े.जरा अपराधियों का हौसला देखिए.


हिजड़े की जाति, मैं नेवी आफिसर हूं गोली मार दूंगा

बस्ती। उत्तरप्रदेश 
अब पुलिस को अपना ध्येय वाक्य बदलने का सही समय आगया है,
अब परित्रणाय च साधुनाम विनाशय च दुष्कृताम,की जगह संरक्षानाय च दुष्कृताम

बार-बार सवाल उठ रहा है, कि क्या किसी किन्नर को समाज में सिर उठा कर चलने का अधिकार नहीं? आखिर क्यों एक किन्नर के साथ में समाज के कुछ लोग बार-बार आप्राकृतिक बलात्कार कर रहे हैं? समाज मे बधाईयां बजा कर अपना जीवन यापन करने वाली किन्नर को पुलिस के पास बार-बार क्यों जाना पड़ता ? गौर थाना क्षेत्र के आमा टिनिच निवासिनी सुमन किन्नर ने एसपी को लिखे मार्मिक पत्र में कहा कि क्या समाज में किन्नर को जीपयन यापन करने का कोई अधिकार नहीं है? आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बगल गांव के अमित कुमार यादव एवं उनका भाई कृष्ण कुमार यादव, संजय यादव पुत्रगण स्व० पतिराम यादव साकिन अजीगवां जंगल थाना गौर ने पिछले तीन वर्षों से मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ति कर रहे हैं। इसी दौरान अमित और संजय ने 13 जून 2022 को जान से मारने की नियत से जानलेवा हमला भी किया, जिसकी एफआईआर दर्ज है। उसके पश्चात प्रार्थिनी के साथ अमित यादव पुत्र पतिराम द्वारा अप्राकृतिक बलात्कार किया गया। एफआईआर 29 सितम्बर 2022 को दर्ज किया गया जो न्यायालय में चल रहा है। अमित यादव व संजय के मेली मददगार महिला मित्र पूजा उर्फ उर्मिला ने उसे संजय यादव एवं संदीप यादव के साथ मिलकर 16 नवंबर 2022 को घेर कर मारा पीटा जिसकी एफआईआर 17 नवंबर 2022 को दर्ज हुआ। इसके पश्चात अमित यादव, संजय यादव व [ उर्मिला ने मिलकर मेरे साथ एक अप्राकृतिक बलात्कार की घटना कारित कराया गया जिसका एफआईआर 30 जनवरी 2024 को दर्ज हुआ, जबकि उक्त सभी मुकदमें न्यायालय में विचाराधीन है। कहती है, कि वह किन्नर समाज की महिला

-सवाल क्या किन्नर को समाज में सिर उठाकर चलने का हक नहीं?

- आखिर क्यों समाज के कुछ लोग किन्नर के साथ बार-बार आप्राकृतिक बलात्कार कर रहे

-समाज मे बधाईयां बजा कर अपना जीवन यापन करने वाली किन्नर को पुलिस के पास बार-बार क्यों जाना पड़ता ?

है जो अपना जीवन यापन समाज में बधाईयां बजा कर करती है। परन्तु अमित यादव एवं संजय यादव अपने बड़े भाई कृष्ण कुमार यादव के संरक्षण में उसे जान से खत्म करने के फिराक में है। कहा कि जब वह 15 अप्रैल 2024 को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु न्यायालय आयी थी। लगभग दो बजे कचहरी से निकलकर आवास विकास के गेट के पास काली माता के मंदिर में दर्शन करने के लिए गयी, जब वह माता का दर्शन करके निकल रही थी तभी मन्दिर के बगल पान के टंकी पर कृष्ण कुमार यादव पुत्र स्व० पतिराम यादव ने मुझे बुलाया और कहा अमित यादव एवं संजय यादव के ऊपर जो भी मुकदमें है उसको उठा लो नही तो तुमको जान से खत्म कर देगें तभी से वह डरी-सहमी है क्योंकि कृष्ण कुमार ने तीन चार लोगों के साथ उसे घेर कर खड़ा हो गया और कहा हिजडे की जाति मैं नेवी अफसर हूँ गोली मार दूंगा और

अपने पैंट से बन्दूक निकाल लिया और कहा की गोली मार दूंगा और वह डर गयी और रोते हुए वहां से भागकर अपनी गाड़ी में बैठकर अपने घर चली गयी। वह दूसरे दिन थाना कोतवाली बस्ती में कृष्ण कुमार के द्वारा किये गये जघन्य अपराध की सूचना देने गयी परन्तु थानाध्यक्ष कोतवाली ने प्रार्थना पत्र लेने से इन्कार कर दिया। प्रार्थना पत्र देने की बात कृष्ण कुमार को पता चल गयी पुनः कृष्ण कुमार ने उसे गोली मारने की धमकी दी जिसके कारण वह डर वश चुप रही। कृष्ण कुमार यादव नेवी में नौकरी करते है वह वापस अपने नौकरी पर चला गया। कृष्ण कुमार यादव पुत्र स्व. पतिराम यादव साकिन अजीगवां जंगल ने उसके उपर दो बार गोली मारने की नियत से बन्दूक सटा दिया जिससे मानसिक रूप से पीड़ति है उसे आशंका है कि कृष्ण कुमार अपने भाइयों अमित व संजय के साथ मिलकर उसकी हत्या कर देगें।

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