निजी किताबों को खरीदने का दबाव बनाने पर 33 स्कूलों पर कार्रवाई
इस समस्या से पूरा प्रदेश का अभिभावक त्रस्त है,बस्ती जिलाधिकारी कब संभाल की तरह संज्ञान लेंगे?
संभल डीएम ने
एक-एक लाख रुपये का लगाया जुर्माना
संभल :/बस्ती
एनसीईआरटी की पुस्तकों को लेकर आंख-मिचौली खेल रहे सीबीएसई और आइसीएसई स्कूलों पर सख्त रुख अपनाया गया है। डीएम डा. राजेंद्र पैसिया ने 33 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह राशि एक सप्ताह में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय में जमा करनी होगी। कार्रवाई 12 अप्रैल, 2025 को की गई जांच की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। रिपोर्ट में स्कूलों में निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें पढ़ाने की जानकारी दी गई थी। स्कूल संचालक निर्धारित पुस्तक विक्रेताओं से ही पुस्तकें खरीदने को मजबूर कर रहे थे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाने पर जोर दिया गया है। जिला प्रशासन भी लगातार स्कूल संचालकों से
डीएम ने निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदने की जांच रिपोर्ट आने पर की सख्त कार्रवाई
सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के स्कूलों में चल रहा खेल, यूनिफार्म के नाम पर भी शोषण
इन्हीं पुस्तकों से पढ़ाई कराने को कह रहा है। इसके पीछे तर्क है कि एनसीईआरटी की पुस्तकें सस्ती होने के साथ ही शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम के अनुकूल हैं।
लेकिन, जिले के अधिकांश स्कूलों में निजी प्रकाशकों की पुस्तकें खरीदने पर ही जोर दिया जा रहा है। डीएम ने 12 अप्रैल को जिला स्तरीय अधिकारियों की जांच टीम गठित कर स्कूलों में जांच कराई। जिसमें पता चला, अधिकांश स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाई नहीं कराई जा रही है। अभिभावकों को निर्धारित दुकान पर जाने की सलाह दी जा रही थी। वहां महंगे दाम पर निजी प्रकाशकों की पुस्तकें मिलती हैं। 17 अप्रैल को रनि रिपोर्ट जिला शुल्क नियामक समिति के सामने रखी गई। समिति ने रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद डीएम पनि को कार्रवाई के लिए सुझाव दिया। अस डीएम ने 33 स्कूलों पर एक-एक में लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। मठा उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया है कि वे जुर्माने की राशि एक सप्ताह जाए में डीआइओएस कार्यालय में जमा करें और उसकी रसीद प्रस्तुत करें। दोबारा पकड़े जाने पर स्कूल की मान्यता भी रद हो सकती है।
इस समस्या से पूरा प्रदेश का अभिभावक त्रस्त है,बस्ती जिलाधिकारी कब संभाल की तरह संज्ञान लेंगे?