परिवार हिताय और परिवार सुखाय ! सोनिया गांधी पुत्र को भारत का प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, वो इस भ्रम में हैं कि मेरा लड़ला संसार के सबसे होशियार नेता है ! उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं है कि पप्पू भैया ही पार्टी के लिए सबसे बड़ा बोझा हैं ! पहले चुनाव आयोग, फिर सुप्रीम कोर्ट, फिर फेसबुक और अब पार्टी के के 23 नेता , सभी बीजेपी के एजेंट हो गये!
पार्टी के लोग और देश के लोग उनके गुलाम नहीं और वे राजा नहीं जो कुछ भी बोले और कुछ भी करे, सभी दास भाव से उसे हमेशा मानते रहे! इस पार्टी के अन्दर सभी नेता मिलकर पहले लोकतंत्र बहाल करे, जन भावनाओं का कद्र करे, तुष्टिकरण का त्याग करे,, पाखंड को छोड़कर सही रणनीति के साथ मुकाबले में आकर दो- दो हाथ आजमाना चाहिए !
वस्तुत:राहुल कांग्रेस पर थोपे गए बोझ ही है,कांग्रेस मुक्त भारत की देशक्को स्वर्णिम काल दिखाए गा.कांग्रेस का तो खुद राहुकाल चल रहा है,उसे प्रेत छाया से मुक्ति ही एकमात्र उपाय है.