घिसटकर चल रही आन लाइन कक्षायें,पढ़ाई का ऑनलाइन पाखण्ड

 


जौनपुर। 

प्रदेश सरकार की अनुमति मिलने के साथ ही स्कूलों में फिर से आनलाइन क्लासेज शुरू हो गई है लेकिन यह महज कोटापूर्ति और घिसटकर चलने वाली व्यवस्था साबित हो रही है तमाम विद्यार्थी समझ ही नही पा रहे है।   विभिन्न सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा नौ से बारहवीं के बच्चों ने आनलाइन पढ़ाई की। इसको लेकर शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावक काफी उत्साहित हैं।
 कोरोना संक्रमण फैलने के बाद प्रदेश सरकार ने स्कूलों की आनलाइन कक्षाओं पर भी पाबंदी लगा दी थी। ऐसे में अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी चितित होने लगे थे, क्योंकि कोरोना कर्फ्यू के कारण स्कूल पहले से ही बंद चल रहे हैं। अब प्रदेश सरकार ने 20 मई से फिर से आनलाइन पढ़ाई शुरू करने की अनुमति दे दी है। 
सरकार के इस से अभिभावक और बच्चे खुश है। वहीं बोर्ड रिजल्ट बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। बच्चे अपनी अगली कक्षा के स्लेबस के लिए भी परेशान हैं। टीचर्स अपने लेक्चर रिकार्ड करके बच्चों को वाट्सएप या यू-ट्यूब पर अपलोड कर रहे है।  एक  इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के बाद आनलाइन कक्षाओं के द्वारा ही बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है।   कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाओं को फिर से शुरू किया गया। सीबीएसई ने बच्चों को मानसिक तनाव से दूर रखने पर विशेष निर्देश दिए है, इसलिए आनलाइन कक्षाओं के अंतर्गत प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक मनोरंजक व ज्ञानवर्धक एक्टीविटी भी कराई जाएगी। 
इससे अभिभावक भी काफी संतुष्ट हैं। कुछ अभिभावकों ने बताया कि पहले तो बच्चे आनलाइन कक्षाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे थे। इससे वह ठीक से समझ नहीं पा रहे थे। लेकिन, अब बच्चे आनलाइन शिक्षण को बेहतर तरीके से समझने लगे हैं और पढ़ाई सुचारू हो पाई हैं। सरकार ने इसे शुरू करने की अनुमति देकर काफी अच्छा किया है।

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