लांग टर्म वीजा पर 22 वर्षों से बस्ती में रह रही दो पाकिस्तानी महिलाएं
कोतवाली क्षेत्र की मुस्लिम तो पुरानी बस्ती में सिंधी महिला शामिल
बस्ती
पहलगाम में आतंकी घटना के बाद जिले में लांग टर्म व शार्ट टर्म वांग लेकर भारत में रहने वाले पाकिस्तानियों की तलाश तेज हो गई है। अब तक शर्ट टर्म वीजा के आधार पर कोई पाकिस्तानी जिले में नहीं मिला है। या दावा खुफिया विभाग के अधिकारी को ओर से किया गया है। हालांकि बताया गया कि बस्ती शहर में लांग टर्म बीजा के आधार पर पिछले 22 वर्ष अपने भारतीय पुरुष पति व बच्चों के साथ के जिले में एक मुस्लिम व एक सिंधी पाकिस्तानी महिला रह रहीं हैं। दीनों पाकिस्तान से भारत आई थीं, यहीं पुर शादी करके बस गई।
हर वर्ष लोग टर्म वीजा का नवीनीकरण कराकर दोनों महिलाएं भारतीय नागरिकता के लिए आस लगाए बैठी हैं,
जनपद में पाकिस्तानियों व उनके भारतीय संपर्कियों की हो रही तलाश
विदेश मंत्रालय में विचाराधीन है नागरिकता का आवेदन
जिले में शार्ट टर्म वीजा पर कोई पाकिस्तानी इस बार बस्ती जिले में नहीं आया है। यहा पर दो पाकिस्तानी महिलाएं लांग टर्म वीजा (एलटीवी) पर लंबे समय से रह रही है। हालाकि इन्हें देश छोडने का आदेश नहीं है। शार्ट टर्म वीजा (एसटीवी) वाले पाकिस्तानियों
को तत्काल देश छोड़ने का आदेश है। प्रफुल्ल कुमार गुप्ता, सीओ एलआइयू, बस्ती
मगर तकनीकी पेंचीदगी के चलते अब तक नागरिकता नहीं मिली है। वर्ष 2003 में भारत आई पाकिस्तानी महिला उम्मेसादिया जनपद के कोतवाली थानाक्षेत्र के स्टेट बैंक गांधीनगर के जैफ मंजिल निवासी आदिल राशिद से निकाह कर लिया था, तब से वह भारत में रह रही हैं। छह जनवरी 2020 से नागरिकता
लेने का आवेदन विदेश मंत्रालय में विचाराधीन है। इसी तसा 22 वर्ष पूर्व पाकिस्तान की सिंध प्रांत से भारत आई सुनीता ने सजातीय बस्ती जिला निवासी संतोष मुजैनी से हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली थी, तब से वह अपने पति के साथ पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र के राजा मैदान मोहल्ले में रह रही हैं।
हर वर्ष लोग टर्म वीजा का नवीनीकरण कराकर दोनों महिलाएं भारतीय नागरिकता के लिए आस लगाए बैठी हैं,
जनपद में पाकिस्तानियों व उनके भारतीय संपर्कियों की हो रही तलाश
विदेश मंत्रालय में विचाराधीन है नागरिकता का आवेदन
जिले में शार्ट टर्म वीजा पर कोई पाकिस्तानी इस बार बस्ती जिले में नहीं आया है। यहा पर दो पाकिस्तानी महिलाएं लांग टर्म वीजा (एलटीवी) पर लंबे समय से रह रही है। हालाकि इन्हें देश छोडने का आदेश नहीं है। शार्ट टर्म वीजा (एसटीवी) वाले पाकिस्तानियों
को तत्काल देश छोड़ने का आदेश है। प्रफुल्ल कुमार गुप्ता, सीओ एलआइयू, बस्ती
मगर तकनीकी पेंचीदगी के चलते अब तक नागरिकता नहीं मिली है। वर्ष 2003 में भारत आई पाकिस्तानी महिला उम्मेसादिया जनपद के कोतवाली थानाक्षेत्र के स्टेट बैंक गांधीनगर के जैफ मंजिल निवासी आदिल राशिद से निकाह कर लिया था, तब से वह भारत में रह रही हैं। छह जनवरी 2020 से नागरिकता
लेने का आवेदन विदेश मंत्रालय में विचाराधीन है। इसी तसा 22 वर्ष पूर्व पाकिस्तान की सिंध प्रांत से भारत आई सुनीता ने सजातीय बस्ती जिला निवासी संतोष मुजैनी से हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली थी, तब से वह अपने पति के साथ पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र के राजा मैदान मोहल्ले में रह रही हैं।