वज्रपात से निपटने में सरकारी निर्देशों का पालन करें नागरिक,जिलाधिकारी

 


बस्ती 04 जुलाई।


 जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा है कि खराब मौसम में आकाशीय बिजली गिरने, वज्रपात की घटनाएं घटित होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं, जिससे जनहानि एवं पशुहानि व मकान क्षति तथा व्यक्ति के घायल होने की घटनाए प्रायः होती हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को अपनाया जाय ताकि वज्रपात से जनहानि न होने पाये। 


उन्होंने कहा है कि जनसामान्य अपने मोबाइल में मौसम विज्ञान विभाग भारत सरकार द्वारा विकसित दामिनी ऐप एवं सचेत एप डाउनलोड करें, जिससे वज्रपात की पूर्व सूचना मिल सके और वज्रपात से बचा जा सके। उन्होने बताया कि प्रतिवर्ष वज्रपात से बड़ी संख्या में जनहानि व पशुहानि होती है तथा इन्फास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान पहुंचता है। वज्रपात से कम से कम क्षति हो इसके लिए प्रभावी व्यवस्था को अपनाने के साथ ही अधिसूचित आपदाओं की पूर्व चेतावनियों एवं अलर्ट को आम जनमानस तक समय से पहुचांकर आपदा को कम किया जा सकता है। 


व्रजपात से बचें

वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे, मोबाइल टावर व ऊंचे मकान के नीचे शरण न लें। बच्चों को बाहर न खेलने दें, लोहे की खिड़की, दरवाजे व हैण्डपम्प आदि को न छुएं। धातु से बने छाते का प्रयोग न करें, लैण्डलाइन एवं विजली के उपकरणों का उपयोग न करें, खुले वाहनों मे सवारी न करें, बचाव के लिए जमीन पर न लेटें तथा तैराकी या नौकायन न करें। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि यदि मौसम खराब हो तो तुरन्त किसी पक्के घर में शरण लें, आसपास सुरक्षित स्थान न होने पर दोनों कानों को बंद कर पैरों को सटा लें तथा घुटनों का टेक लेकर उकड़ू बैठ जाएं। 


घरों में विद्युत उपकरणों को प्लग से अलग कर दें। यदि खेतों में हैं तो तुरन्त सूखे स्थान पर चल जाएं। हाईटेंशन तारों, पोखरों, बिजली के खंभों तथा कटीले तारों से दूर रहें। उन्होंने बताया कि वज्रपात से कम से कम क्षति हो इसके लिए प्रभावी व्यवस्था को अपनाने के साथ ही अधिसूचित आपदाओं की पूर्व चेतावनियों एवं अलर्ट को आम जनमानस तक समय से पहुचांकर आपदा को कम किया जा सकता है। दामिनी ऐप लगभग 20 से 35 किमी के क्षेत्र में संभावित लाइटनिंग अलर्ट का नोटिफिकेशन प्रेषित करता है, जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने तथा बचाव का अवसर प्राप्त हो सकेगा। 


एप लोड करें

स्वयं के मोबाइल में दामिनी एप डाउनलोड करने के साथ ही जनसामान्य को भी इस अति उपयोगी दामिनी एप के बारे में बताएं। मौसम की पूर्ण जानकारी हेतु सचेत ऐप डाउनलोड करें जिससे मौसम की जानकारी एवं विभिन्न आपदाओं की जानकारी व एडवाइजरी भी प्राप्त हो सके व चेतावनी मिलती रहे। उन्होने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बरसात के दृष्टिगत नालो में पानी आने, गांव और खेत डूबने, मकान घर गिराने, जान माल की हानि इत्यादी पर व्यापक निगरानी बनाएं रखें, जिससे आम जनमानस को ससमय राहत पहुंचायी जा सके। जिला आपदा विशेषज्ञ रंजीत रंजन ने बताया है कि जनपद में कहीं किसी भी आपदाजन्य घटनाओं की सूचना संबंधित एसडीएम, तहसीलदार अथवा बाढ कंट्रोल रूम के नंबर 1077, 05542-247291, 05542-299192, 8429599121 पर दी जा सकती है। बाढ़ या किसी अन्य आपदा से निपटने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे संचालित है।

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