सपा अध्यक्ष ने कांशीराम की विरासत पर ठोका दावा, रायबरेली में किया कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव 1993 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन बसपा सुप्रीमों कांशीराम से समझौता करके जो काम नहीं कर पाये वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कर दिखाया। अखिलेश यादव ने रायबरेली में सोमवार को कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उनकी विरासत पर दावा ठोका।मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव जो काम मायावती पर जानलेवा हमला करवा कर का आरोप लेकर नहीं कर पाये वह काम अखिलेश ने चंद बसपा नेताओं को तोड़ के कर दिया।कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में उन्होंने कहा कि कांशीराम के अनुयायी अब हमारे साथ हैं। कांशीराम और नेताजी मुलायम सिंह यादव के संकल्प को समाजवादी पार्टी पूरा करेगी। बतादें कि जिस विद्यालय में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण हुआ है वह सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य से संबंधित बताया जा रहा है।
समर्थकों का उत्साह देख अखिलेश ने बसपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो काम उन्हें करना चाहिए था। वे नहीं कर पाए और अब सपा कर रही है तो उन्हें तकलीफ हो रही है।यादव ने कहा कि मान्यवर कांशीराम की मूर्ति लगने पर सबसे ज्यादा खुशी उनके अनुयायियों को होनी चाहिए जिन्हें खुशी नहीं है। वह कांशीराम के अनुयायी नहीं हो सकते हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि किसी जमाने में ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी। देश गुलाम हुआ। अब एक बार फिर देश को निजी हाथों में बेचा जा रहा है। गरीबों का हक उद्योगपतियों के यहां गिरवी रखा जा रहा है।