लखनऊ
केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के दूत बनकर उत्तर प्रदेश के सांगठनिक प्रभारी पूर्व मंत्री राधा मोहन सिंह के एकाएक लखनऊ प्रवास से अटकलों का बाजार गर्म है .प्रदेश पार्टी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भेंट कर दिल्ली से लाया हुआ लिफाफा सौप दिया. राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद राधा मोहन सिंह ने संवाददाताओं से नेतृत्व परिवर्तन की संभावना संबंधी सवाल पर कहा ऐसा कुछ नहीं है.
उत्तर प्रदेश सरकार और संगठन बहुत मजबूती के साथ चल रहे हैं. परस्पर सहयोग है .देश के अंदर सबसे मजबूत संगठन और सबसे लोकप्रिय सरकार उत्तर प्रदेश में ही काम कर रही है .
राज्यपाल से मुलाकात के कारण के बारे में भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी का उत्तर प्रदेश प्रभारी बनने के बाद अभी तक राज्यपाल से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी ,इसीलिए मिलने चले आए थे .इस सवाल पर कि मुलाकात कहीं प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर के तो नहीं है कहा कि यह एक औपचारिक और व्यक्तिगत भेंट थी .
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राधामोहन सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बी एल संतोष राजधानी लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या और दिनेश शर्मा तथा प्रदेश के अन्य अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठकर विमर्श किया ऐसी अटकलें लग रही थी कि विधानसभा चुनाव से बमुश्किल 8 महीने पहले कोविड-19 बीमारी के प्रबंधन को लेकर सरकार के प्रति कोर्ट के कड़े रुख से उत्पन्न स्थिति तथा अन्य कारणों से सरकार और पार्टी नेतृत्व में परिवर्तन हो सकता है .नरेतित्व परिवर्तन को उन्होंने सिरे से एक तरह से कर दिया . आज शनिवार का अचानक दौरा लखनऊ पहुंचने के कयासों का दौर शुरू हो गया है और यह विश्वास किया जा रहा है कि कुछ न कुछ बात जरूर है जिसके कारण उन्होंने राज्यपाल को लिफाफा दिया है.
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