कलक्टर , दुबौलिया के कोविड 19 जांच प्रगति से नाराज,मागा स्पष्टीकरण!



बस्ती 

, दुबौलिया क्षेत्र में मात्र 84 एंटीजन तथा 74 आरटीपीसीआर कोविड की जांच कराए जाने पर जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने असंतोष व्यक्त करते हुए दुबौलिया के प्रभारी चिकित्साधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया है। विकास भवन परिसर में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में 600 से 700 जांच प्रतिदिन कराया जाना है। प्रत्येक सीएचसी को 1-1 हजार एंटीजन किट एवं आरटीपीसीआर जांच के लिए किट उपलब्ध कराया गया है। आरआरटी तथा निगरानी समितियों को सक्रिय करके सैंपलिंग बढ़ाई जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक आरआरटी टीम का प्रत्येक दिन का लक्ष्य निर्धारित किया जाए, जिसे वे अनिवार्य रूप से पूरा करें।
  उन्होंने विक्रमजोत में 48 मिसिंग तथा दुबौलिया में 42 मिसलेबिल्ड आरटीपीसीआर सैंपल पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त किया तथा प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि सैंपल लेने तथा उसे जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाने तक पूरी सतर्कता बरतें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने निर्देश दिया है कि सैंपल लेने के लिए भरे गए फार्म तथा सैंपल का मिलान करके उनकी संख्या लिख करके ही जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जाए।
  कोविड-19 टीकाकरण में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने प्रत्येक ब्लॉक में एक जिला स्तरीय अधिकारी की तैनाती किया है जो अपने स्टाफ के माध्यम से लोगों का ऑनस्पॉट मोबाइल से रजिस्ट्रेशन कराएंगे तथा उन्हें टीकाकरण केंद्र तक भेजेंगे। इसके लिए गांव के लेखपाल, ग्राम सचिव, आंगनबाड़ी, एएनएम तथा अन्य ग्राम स्तरीय कर्मचारी उनका सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से ऊपर आयु के लोगों में टीका लगवाने के लिए विशेष उत्साह देखा जा रहा है और वे अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा रहे हैं परंतु 45 वर्ष से ऊपर के लोग इसमें कम रुचि ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लगवाना अधिक सुरक्षित है। यह आगे आने वाली संभावित तीसरी लहर से लोगों को सुरक्षित रखेगी। उन्होंने लोगों से अपील किया कि वे टीकाकरण को गंभीरता से लें।


  उन्होंने टीकाकरण कार्य की मॉनिटरिंग के लिए परियोजना निदेशक कमलेश सोनी को प्रभारी बनाया है, जो प्रत्येक दिन हर 2 घंटे पर प्रत्येक टीकाकरण केंद्र से रिपोर्ट प्राप्त करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति ठीक होने के 90 दिन बाद टीका लगवाएंगे। कोविड-19 के प्रिजमप्टिव व्यक्ति भी 90 दिन के बाद ही टीका लगवा सकेंगे।
  उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त किया कि टीकाकरण अभियान में सेकेंड डोज से छूटे हुए 9000 लोगों को पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 एवं कंट्रोल सेंटर से फोन करने पर लगभग 5500 लोगों ने सेकेंड डोज लगवा लिया। उन्होंने शेष लोगों को भी सेकेंड डोज का टीका लगवाने का अपील किया है। उन्होंने बताया कि टीका लगवाने के लिए जिला अस्पताल, महिला अस्पताल तथा कैली ओपेक अस्पताल के अलावा 14 सीएचसी कुल 17 स्थान चिन्हित है।
  जिलाधिकारी ने प्रत्येक सीएचसी पर 1-1 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि एल-1 हॉस्पिटल शेल्टर होम मे 7, मुंडेरवा में 2 तथा जिला अस्पताल में पर्याप्त कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। पोस्ट कोविड-19 केयर वार्ड जिला अस्पताल तथा कैली ओपेक में संचालित है। जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर को निर्देश दिया कि कम्युनिटी किचन से सभी असहाय, निराश्रित एवं गरीब लोगों को लंच पैकेट दिलवाए। साथ ही जिला अस्पताल तथा कैली ओपेक अस्पताल में तीमारदारों के लिए भी लंच पैकेट एवं फल आदि वितरित कराएं। उन्होंने अन्य उप जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि वे कम्युनिटी किचन से गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध करवाएं।
  जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि उप जिलाधिकारियों के अध्यक्षता में उनके तहसील मुख्यालय पर शाम को होने वाली बैठक में सीडीपीओ भी उपस्थित रहेंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं अन्य अधिकारियों के निरीक्षण में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि कुछ आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका कोविड-19 अभियान में सहयोग नहीं कर रही हैं। ट्रिपल सी से भी फोन किए जाने पर कुछ का फोन स्विच ऑफ मिला है।
  बैठक का संचालन सीएमओ डॉ0 अनूप कुमार ने किया। इसमें सीडीओ डॉ0 राजेश कुमार प्रजापति, एडीएम अभय कुमार मिश्र, सीएमएस डॉ0 सोमेश श्रीवास्तव, डॉ0 जीएम शुक्ला, डॉ0 आलोक कुमार, एसीएमओ डॉ0 फखरेयार हुसैन, डॉ0 संजय त्रिपाठी, उप जिलाधिकारी आशाराम वर्मा, नीरज प्रसाद पटेल, सुखबीर सिंह, आनंद श्रीनेत, डॉ0 एके कुशवाहा, जगदीश शुक्ला, डीएस यादव, संजेश श्रीवास्तव, इंद्रपाल सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारी गण तथा बीडीओ उपस्थित रहे।

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