फ़र्जी दस्तावेज बनाने में माहिर बिकरु का कुनबा

फर्जी दस्तावेजों के खेल का मास्टर है विकरु डॉन का कुनबा


 


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ


बिकरू कांड की एसआईटी जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दहशतगर्द विकास दुबे की पत्नी समेत उसके रिश्तेदारों व परिचितों ने फर्जी दस्तावेजों पर सिम लिए थे।एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने पुलिस को इन सभी पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जांच में यह भी पता चला कि जय बाजपेई का पासपोर्ट फर्जी दस्तावेजों पर बनवाया गया था।


जांच में खुलासा हुआ है कि विकास दुबे की पत्नी रिचा, मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू वाजपेयी, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, खुशी, रेखा ने फर्जी आईडी पर सिम ले रखे थे।पुलिस ने जब इनके मोबाइल नंबरों का ब्योरा निकाला तब ये तथ्य सामने आए। इन सभी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के निर्देश पर कार्रवाई के लिए कहा गया है।


वहीं जय बाजपेई के पासपोर्ट के बारे में पता चला कि आपराधिक इतिहास छिपाने के लिए जय ने फर्जी वोटर आईडी कार्ड पर पासपोर्ट बनवाया था। पता भी दूसरा डाला था। बता दें कि दो जुलाई की रात को बिकरू गांव में विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची पुलिस की टीम पर घात लगाकर बैठे बदमाशों ने हमला कर दिया था। जिसमें सीओ देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।


यूपी एसटीएफ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए विकास दुबे सहित उसके पांच साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। बिकरू कांड में पुलिस ने करीब तीन महीने बाद माती कोर्ट में 36 आरोपियों के खिलाफ करीब 1700 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इस मामले में दो आरोपी अभी फरार हैं। विकास दुबे समेत छह बदमाश मारे जा चुके हैं। चार्जशीट के मुताबिक घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया था। दहशतगर्द विकास को पुलिसकर्मियों ने तहरीर पहुंचने से लेकर दबिश रवाना होने तक की जानकारी दी थी।


 


 


 


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