बस्ती,उत्तरप्रदेश
बड़े ठेकेदार को अनावश्यक लाभ पहुंचाने के लिए लोक निर्माण विभाग में सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर जिनको 9 टेंडर करना चाहिए था दब को मिला करके एक लाट बना कर 20 करोड़ का टेंडर कर दिया।
मुख्यमंत्री और प्रमुख अभियंता विकास एवं विभागाध्यक्ष से की गई शिकायतों में ठेकेदारों ने कहा है कि जिस पीडब्ल्यूडी के पास 60 मीटर से लंबे पुल बनाने का अनुभव नहीं है ,वह पीडब्ल्यूडी 130 मीटर लंबे पुल का निर्माण का ठेका कैसे कर सकता है ऐसे में छोटे ठेकेदारों को बाहर करने के लिए मनमानी रकम बड़े ठेकेदारों से वसूलने के लिए बिना किसी भी विभागीय स्वीकृति के, 9 लोगों को एक ही लाट में जोड़कर के टेंडर निकाल दिया। प्रश्न है कि विभाग के पास 130 मीटर लंबे पुल का अनुभव ही नहीं है फिर ठेकेदारों के पास इतना बड़ा अनुभव कहां से आएगा। विभाग के आजतक सबसे लंबे पुल का निर्माण किया निर्माण सेतु निगम करती है म
आदर्श ठेकेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष शरदकुमार और प्रमोद कुमार ने मुख्यमंत्री और प्रमुख अभियंता को शिकायत करते हुए टेंडर को निरस्त करने मामले की जांच करने का आग्रह किया है ।अधीक्षण अभियंता के अनुसार टेंडर को निरस्त कर दिया गया है मामला इंडो नेपाल बॉर्डर के व्यस्त का है ।इस तरह के गंदे खेल कार्यदाई संस्थाएं तकनीकी जानकारी का लाभ उठाकर निरंतर करती रहती हैं अगर इसका पता लगाया जाए ऐसे अनेक मामले मिल जाएंगे जिसमें अभियंताओं और बड़े ठेकेदारों की सांठगांठ से तमाम अनियमितताएं हुई हैं।पर लोक शाही और नोकर शाही के अघोधित अनुबंध पर जो कुछ कर सकते है उनके हाथ भी आर्थिक साम्प्रदायिकता से संपृक्त हैं।
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