लखनऊ :
अनुशासन प्रतिबंध नहीं है सृष्टि नहीं मन मानी है सागर जल की बाढ़ वहीं है
नदी न बिखरा पानी है
भारतीय जनता पार्टी जो अपनी अनुशासित कार्यप्रणाली और नैतिकता के दावों के लिए जानी जाती है, उत्तर प्रदेश में अपने ही नेताओं के विवादास्पद कारनामों के चलते मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है. पिछले कुछ समय में बीजेपी के कई नेताओं ने ऐसी हरकतें की हैं, जिन्होंने न केवल संगठन की छवि को धूमिल किया है, बल्कि पार्टी के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. पीलीभीत, बलिया, गाजियाबाद,बस्ती और बाराबंकी की घटनाओं ने न केवल विपक्ष को हमला करने का मौका दिया है, बल्कि आम जनता के बीच भी पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी अब डायरेक्ट एक्शन की तैयारी में है. लेना-देना नहीं है. बीजेपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भाजपा नेता बब्बन सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया. प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने कहा कि इस तरह का आचरण पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाता है. यह अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है.
यूपी में इन मामलों की रही चर्चाभाजपा विधायक योगेश वर्मा से मारपीट : लखीमपुर में भाजपा विधायक योगेश वर्मा से मारपीट की घटना ने संगठन के भीतर अनुशासनहीनता को उजागर किया. विवाद वर्चस्व की लड़ाई और टिकट वितरण को लेकर हुआ था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद विपक्षी दलों, खासकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसना शुरू कर दिया था. इसके बाद में पार्टी ने भाजपा नेता अवधेश सिंह और उनकी पत्नी को पार्टी से निकाल दिया था.
बलिया के बीजेपी नेता का वायरल वीडियो : बलिया से बीजेपी नेता बब्बन सिंह का एक अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. बीजेपी नेता जो रसड़ा चीनी मिल के उपसभापति और बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रहे हैं, इस वीडियो में एक डांसर के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आए. वीडियो एक शादी समारोह का बताया जा रहा है, जो बिहार में आयोजित हुआ था. बब्बन सिंह ने बीजेपी नेता और उनके पति पर वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया था. हालांकि, बीजेपी नेता ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि यह घटना शर्मनाक है.
अनेक जिलों में परस्पर तू तू मैं मैं,विधायक, सांसद द्वंद भी पार्टी के लिए चिंता का कारण हो सकता है.