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पहलगाम आतंकी हमले और ऑपेरशन सिंदूर के बीच देश की बहुत सी बढ़ी खबरें दब गईं।
सुप्रीमकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने साफ साफ कहा है जस्टिस यशवंत वर्मा को, इस्तीफा दो या महाभियोग झेलने के लिए तैयार रहो।
जस्टिस यशवंत ने अकड़ दिखाते हुए इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। चीफ जस्टिस ने जांच रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को फारवर्ड कर दी है।
एक जज के घर में आग लगने से उसके घर में रखे 50 करोड़ रुपए जल जाते हैं। और पूरा सिस्टम इस जज पर कार्यवाही नही कर पा रहा है।
कौटिल्य शास्त्री
याद है आप लोगों ने जस्टिस कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट के जजों का भ्रष्टाचार उजागर हर दिन तो ये भ्रष्ट , चाचा भौतिकवादी न्यायपालिका कार्यपालिका के अधिकारों पर खुले आम डाका डालती है । ख़ुद ही क़ानून की नई परिभाषा गढ़ कर देश विरोधी , बहुसंख्यक विरोधी नए क़ानून ईज़ाद कर लेती है, पीएम, राष्ट्रपति तक को हुक्म सुनाती है, तो आज अपने ही कुनबे के एक भ्रष्टाचारी जज को गद्दी से हटाने का फ़ैसला क्यों नहीं ले सकती। फिर क़ानून को तोड़ मरोड़ कर इस लूट के केस में भी निर्णय ख़ुद ही दे दे । अब पीएम और राष्ट्रपति की क्यों जरूरत पड़ गई ।
दुनिया में सबसे भ्रष्ट एक इकलौता कॉलेजियम सिस्टम भारत में इन कुछ छद्म न्यायिक क्षेत्र , एक ख़ास विचारधारा के लोगों के कारण ही अपनी जड़ें फैलाये बैठा है, जो की किसी भी देश के प्रजातांत्रिक मूल्यों के लिए बेहद खतरनाक है।किया था। कोलीजियम जजों ने जस्टिस कर्णन को दलित होने के कारण छह महीने की सजा सुना दी।