मोदी के बाद योगी "ऑपरेशन सिंदूर" का महत्व योगिराज ने बताया
यूपी सरकार सामूहिक विवाह योजना में अब कन्याओं को सिंदूर भी देगी!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी सेना द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध किये गये "ऑपरेशन सिंदूर" के मार्केटिंग का हर दिन नया-नया तरीका निकाल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "ऑपरेशन सिंदूर" को भुनाने में यहां तक कह दिया कि उनको नसों में गर्म सिंदूर बह रहा है।गृहमंत्री अमितशाह को लगातार टक्कर दे रहे, पार्टी में मोदी के बाद दूसरे नम्बर का नेता बनने के उपक्रम में लगे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामुहिक विवाहों में सरकार की ओर से सिंदूर देने का फरमान दिया है। अब सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले उपहारों में कन्या को सिंधौरा (सिंदूरदान) भी दिया जाएगा। इतना ही नहीं लाभ लेने के लिए कन्या पक्ष की अधिकतम आय सीमा भी दो लाख रुपये से बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दी गई है। प्रति जोड़ा खर्च 51 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किए जाने का शासनादेश भी जारी किया गया है।
शासनादेश के अनुसार, कन्या के अभिभावक का यूपी का मूल निवासी होना चाहिए। विवाह योग्य आयु की पुष्टि के लिए स्कूल का रिकॉर्ड, जन्म प्रमाणपत्र, मतदाता पहचान पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड और आधार कार्ड मान्य होंगे। योजना में निराश्रित कन्या, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांग अभिभावक की पुत्री व दिव्यांग बेटी को प्राथमिकता दी जाएगी।
जिलास्तर पर डीएम की निगरानी में समाज कल्याण अधिकारी सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन कराएंगे। कन्या के खाते में 60 हजार रुपये डीबीटी के माध्यम से भेजे जाएंगे। 25 हजार रुपये मूल्य की वैवाहिक उपहार सामग्री दी जाएगी। प्रति जोड़ा 15 हजार रुपये आयोजन पर खर्च होगा। विवाह समारोह के लिए जर्मन हैंगर की व्यवस्था की जाएगी। इस राशि में विवाह संपन्न कराने वाले पुजारी और मौलवी की दक्षिणा व पारिश्रमिक भी शामिल होगा। 100 या उससे अधिक जोड़ों के विवाह समारोह के लिए जर्मन हैंगर की व्यवस्था की जाएगी। यह पंडाल काफी उम्दा किस्म का होता है।"