कौटिल्य उवाच
जिन्हें यह भी पता नहीं है कि इसराइल को 45 किलोमीटर की गाज़ा पट्टी को अपने नियंत्रण में लेने के लिए डेढ़ साल का वक्त लग गया और आज तक अपने 21 बंधक नहीं छुड़ा पाया और छोटे से युक्रेन को कब्ज़ा करने के लिए रूस 3 साल से लगा है 5 लाख सैनिक दोनों तरफ से मार जा चुके हैं, उन्हें भी एक दिन में पाकिस्तान चाहिए।
और अगर मोदी न ला पाए तो उन्हें हिजड़ा कहेंगे, कायर कहेंगे, राजनीति करने वाला कहेंगे अगर ले लिया तो सेना का शौर्य होगा मोदी की उसमें कोई भूमिका नहीं होगी।
यह वही लोग हैं जिन्हें चुनाव में वोट के समय गर्मी लगती है और एसी में आराम कर रहे परिवार को भी वोट डलवाने इसलिये नहीं ले जाते क्योंकि वो उनकी पत्नी बच्चे और माता पिता गर्मी से परेशान होंगे।
यह वही लोग हैं जो साल में दो बार एक महीने के लिए टमाटर 100 रूपये होने पर गला फाड़ फाड़ चिल्लाने लगते हैं कि महगाई से हम मरे जा रहे हैं मोदी योगी इस्तीफा दें।
ज्यादातर वही लोग हैं जो किसी दिन सेंसेक्स के 1500 पॉइंट गिरते ही चिल्ल पों करने लगते हैं कि मोदी जी ने देश बर्बाद कर दिया जबकि इनका स्वयं का सेविंग अकाउंट तक नहीं होता है।
जिनसे 10 मिनट घर की लाइट बंद नहीं की जाती उन्हें भी एक दिन में पाकिस्तान चाहिए।
जिन्हें मोदी कभी पसंद नहीं आया जिन्होंने मोदी को कभी वोट नहीं दिया जिनकी सुबह मोदी विरोध से शुरु होती है उन्हें भी एक दिन में पाकिस्तान केवल मोदी से चाहिए और चुनाव में अपनी विरादरी का विधायक चाहिए।
अगर इसराइल जैसा परिणाम चाहिए तो वहां के नागरिकों की तरह समर्पण, बफादारी, गंभीरता और बर्बाद होने का साहस तो अपने अंदर पैदा करो तब सेना से उम्मीद करो।
बकैती वाले बकते रहेंगे मोदी अपना काम करो.