अति आत्म विश्वास भी गड्ढे में धकेलता है.,मनीष कुमार

 बार बार खबरें चलती हैं कि भाजपा के लोग योगी आदित्यनाथ जी की राह में कांटे बो रहे हैं। मैं इन खबरों को खारिज करता था, परंतु अब स्पष्ट हो गया कि हम लोगों ने जिन्हें चाणक्य घोषित कर दिया वह व्यक्ति कितना कुटिल है यह आज दिखा। महाराष्ट्र में शिवसेना में फूट पड़ी, यह राजनीतिक खेल था। देवेंद्र फडणवीस जी ने इसमें बहुत अच्छी भूमिका निभाई थी। परंतु जब सरकार बनने का नंबर आया तो चाणक्य आला कमान बन गए और उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया।

और आज महाराष्ट्र की दशा खराब है। लोकसभा की सीटें हारे हैं तो उनके सर पर ढींगरा फोड़ा जा रहा है। अब यूपी की बात करते हैं। यूपी में भी दखल चाणक्य साहब का ही है। घमंड में बहुत ज्यादा रहते हैं। इस फोटो में लाल गहरे में जो व्यक्ति है वह महाराष्ट्रीयन है, पहले कांग्रेस का था, फिर बीजेपी में आ गया। चाणक्य साहब ने उसे जौनपुर से प्रत्याशी बना दिया। इसके बारे में कोई कुछ जानता ही नहीं। यह फोटो उस समय की है जब 26 11 का मुंबई के ताज होटल पर आतंकी हमला हुआ था, कांग्रेस की सरकार थी, उसने आरएसएस पर पूरा आरोप मढ़ दिया था। दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद कहा था, क्योंकि भाई सब लोग हाथ में कलावा और तिलक वगैरा लगाकर आए थे और इन्हें कांग्रेसियों ने ही उन्हें बुलाया था। यहां पर आरएसएस पर एक किताब का विमोचन हो रहा है। 26/11 हमले के लिए आरएसएस को दोषी ठहराया जा रहा है, तो आतंकवादी राजनीतिक विदेशी पार्टी कांग्रेस का यह आदमी भाजपा में लाकर यूपी से लड़ाया जाता है वह हार जाता है। तो योगी जी इस्तीफा दे क्योंकि लगभग सभी सीटें आला कमान के ही इशारे पर दी गई। योगी जी के इशारे पर नहीं जो योगी जी इस्तीफा दें।

धरातल पर जानकारी लीजिए तो सरकारी कर्मचारी लोग परेशान हैं। उनका कहना है इस सरकार में जितना काम करना पड़ता है उतना कभी नहीं किया। कानून व्यवस्था भी अच्छी है। सब कुछ आराम से चल रहा है। सबकी बहन बेटियां भी सुरक्षित है। दंगाइयों पर भी लगाम लगी हुई है। थोड़ा बहुत जो गड़बड़ होता है, सरकारी तंत्र में महानुभावों के दखल के कारण होता है। हार के पीछे सरकारी मशीनरी ने भी बहुत अच्छी तरह से विपक्ष का साथ दिया।

भाजपा के कुछ गद्दार विधायकों ने भी विपक्ष का साथ दिया पैसे खूब खाए क्योंकि योगी जी भ्रष्टाचार करने नहीं देते लोग कहते हैं योगी जी भाजपा के अपने विधायकों से तालमेल बनकर नहीं रहते वह भ्रष्टाचार नहीं करने देते!

अधिक आत्मविश्वास भी गड्ढे में गिरा देता है और रही बात चाणक्य जी की प्रधानमंत्री बनने की, प्रधानमंत्री बनना तो आडवाणी की भी चाह रहे थे, क्या हुआ आपको पता है और क्या होगा भगवान जाने और हां एक गद्दार नेता समाजवादी पार्टी का यह चाणक्य साहब भी उसे ले आए लेकिन उसने पार्टी के लिए कुछ नहीं किया!


जब समाजवादी पार्टी में था तो उसने संसद भवन में खड़े होकर हमारे भगवान विष्णु को राम जी को सीता जी को हनुमान जी को गालियां दी थी। हरदोई के नरेश अग्रवाल पार्टी में शामिल कर लिया। उसने कितना पार्टी को आगे बढ़ा दिया और उसका लड़का आज सरकार में मंत्री है और मस्त मलाई खा रहा है। तो चाणक्य बहुत बड़े देश भक्त हैं, धारा 370 उन्हीं ने हटवाई यह झूठ है। जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती से गठबंधन हुआ था, इसमें राम माधव जो संघ के कार्यकर्ता हैं उनकी बहुत बड़ी भूमिका रही और धारा 370 हटाने तक उन्होंने बहुत काम किया आज उन्हें उठाकर पता नहीं कहां फेंक दिया गया अब वह दिखाई ही नहीं पढ़ते।

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