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मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
यूपी के कड़क आईपीएस प्रशांत कुमार के कार्यवाहक डीजीपी बनने के 72 घण्टे के भीतर राजधानी लखनऊ में जमीन की पैमाइश को लेकर तिहरा मर्डर हुआ है।जमीन के बंटवारे को लेकर परिवार के लोग ही आपस में भिड़ गए। परिवार के दो पक्षों में जमकर मारपीट होने लगी। इसी दौरान एक पक्ष ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए पति-पत्नी और उसके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। ट्रिपल मर्डर का खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। दिन दहाड़े हुए पूरे परिवार के कत्ल की खबर सुनकर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। घटना मलिहाबाद की है। जानकारी के अनुसार एक पुराने हिस्ट्रीशीटर के परिवार में जमीन बंटवारे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है।
शुक्रवार की शाम परिवार के कुछ लोग असलहे लेकर पहुंच गए और जमीन बंटवारे को लेकर परिवार के दूसरे पक्ष से विवाद शुरू कर दिया। दोनों ओर से बातचीत इतनी बढ़ गई कि दबंगों ने बांका और गोलियों से ताबड़तोड़ प्रहार शुरू कर दिया। अंधाधुंध गोलियों की आवाज से इलाका दहल उठा। आरोपियों को गोली चलाने से रोकने के लिए जब युवक पहुंचा तो उस फायर कर दिया। इसके बाद उसकी पत्नी को भी गोली मार दी, एक गोली बेटे को भी लगी। जिसमें से पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बेटे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने अनुसार जिन लोगों ने तीन लोगों की हत्या की है वह भी उसी परिवार के हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बता दें कि अपनी कड़क छवि से योगी सरकार की कानून व्यवस्था को ब्रांड बनाने वाले नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (कार्यवाहक) प्रशांत कुमार के इकबाल को राजधानी लखनऊ के बदमाशों ने चुनौती दिया है। विधानसभा का बजट सत्र चलने के कारण सरकार को विपक्ष के आरोपों और अपनी फजीहत बचाने के लिये ठोस कार्यवाही करनी पड़ेगी। इसके साथ ही पुलिस के नये निजाम को भी साबित करनी पड़ेगी कि गुंडों-माफियाओं को सबक सिखाने में बुल्डोजर पुलिस कमजोर नहीं पड़ी है।