अपने भीतर की कला को मुखर करें शिक्षक - संजय कुमार शुक्ल

 


कला, संस्कृति ,नवाचार महोत्सव में विमर्श, शिक्षकों ने लगाई प्रदर्शनी

बस्ती। 

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बस्ती के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को कला प्रदर्शनी, कला संस्कृति और नवाचार महोत्सव का आयोजन डायट सभागार में किया गया। प्रतिभागियों द्वारा कला और संस्कृति से संबंधित तमाम विधाओं का मंच से प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में शिक्षकों और कला अनुदेशकों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी के अवलोकन के उपरान्त प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पाने वाले को पुरस्कृत करने के साथ ही सभी को प्रमाणपत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों को डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि सभी कालों में कला का विशेष महत्व रहा है हमें अपने अंदर निहित कला का प्रदर्शन करना जरूरी होता है। कहा कि आप शिक्षकों के अन्दर जो कला है यह आप तक ही सीमित न रहे बल्कि यह उन नौनिहालों तक पहुंचे जिनके भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी आप सभी के कंधों पर है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला एवं संगीत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रदीप कुमार साहनी, कला प्रवक्ता डॉ रमा शर्मा, संगीत वक्ता प्रकाश चौबे, हस्त शिल्पी डायरेक्टर रजनी चौधरी ने प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक के तमाम कलाओं का वर्णन अपने संबोधन में किया। कहा कि भारत का इतिहास साहित्य, भाषा, कला, संगीत, नृत्य, संस्कृति, स्थापत्यकला, वास्तुकला, मूर्तिकला, चित्रकला के मामले में अत्यंत गौरवशाली रहा है। महोत्सव में सम्मिलितों शिक्षकों द्वारा स्वनिर्मित कला एवं क्राफ्ट चित्र की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमे कन्या भ्रूण हत्या, पर्यावरण सुरक्षा, पानी बचाओ, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, चंद्रयान - 3, निपुण भारत मिशन, हिंदी वर्णमाला, प्राकृतिक दृश्य, महापुरुष, स्वच्छता समेत अन्य प्रकार के स्लोगन लिखे स्टाल लगे थे। कार्यक्रम के नोडल प्रवक्ता डॉ गोविन्द ने बताया कि जनपद के सभी विकासखण्डों के 100  शिक्षकों व अनुदेशकों ने प्रतिभाग किया। कला प्रर्दशनी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले को पुरस्कृत करने के साथ ही सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिया गया।
  इस दौरान रविनाथ, कल्याण पाण्डेय, वन्दना चौधरी, अजय प्रकाश मौर्य, इमरान खान, कुलदीप चौधरी, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, रवीश कुमार मिश्र, राहुल उपाध्याय, अभिषेक त्रिपाठी, अश्वनी पाण्डेय, राजपति, शशि वरुण, मनीष मिश्र, महेन्द्र कुमार, पूजा सिंह तोमर, रमेश विश्वकर्मा, रेनू देवी, श्रुति त्रिपाठी, बृजेश गुप्ता, मोहम्मद वसीम, मस्तराम यादव, दिव्या मिश्रा सहित बडी संख्या में शिक्षक व कला अनुदेशक उपस्थित रहे।

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