मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में शनिवार को दलित किशोरी के साथ कुछ लोगों ने गैंगरेप किया। 15 वर्षीय किशोरी शनिवार देर रात अपने दादी के घर से दूसरे घर जा रही थी। इस बीच रास्ते में ही कुछ युवक व्यंग कसने लगे। जब किशोरी तेज कदम बढ़ा कर भागने की कोशिश करने लगी तो दरिंदों ने किशोरी को में दबोच लिया। इतना ही नहीं गैंगरेप करने के बाद युवकों ने किशोरी को डराया धमकाया। इसके बाद किशोरी ने घर आकर परिजनों से सारी बात बताई। किशोरी के भाई ने गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप सहित कई अन्य में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की देख-रेख में युवती को महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जब इस घटना की सूचना एसपी को मिली तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए खुद मोहम्मदी कोतवाली पहुंचे। अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक दलित किशोरी की दुष्कर्म की घटना सामने आने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए युवती को चिकित्सीय परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया। युवती की हालात सामान्य है। युवती ने अपने बयान में गांव के चार युवक के नाम बताए। जिन्हें हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही युवकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी घटना पीलीभीत जिले की माधोटांडा थाना क्षेत्र की है। जहां एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी को 7 सितंबर की शाम पांच बजे जिला अस्पताल में लाया गया था। यहां कुछ देर इमरजेंसी में रुकने के बाद हालत गंभीर होने पर उसको बर्न वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। स्थित बिगड़ते देख रविवार को उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। किशोरी के परिजनों की मानें तो किशोरी के बेहोश होने के कारण उन्हें नहीं पता कि वह कैसे जल गई। क्योंकि घटना के समय पिता खेत में थे और मां मायके गयी थी। तीन दिन से वह भर्ती थी और इलाज चल रहा था। चौथे दिन शनिवार को जब उसे होश आया तो किशोरी ने बताया कि गांव के ही राजवीर व ताराचंद ने उसके साथ दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने पर उसके ऊपर डीजल छिड़ककर आग लगा दिया। आग में वह झुलस गयी उसके बाद बाद उसे कुछ याद नहीं रहा।
परिजनों की तहरीर के आधार पर माधोटांडा पुलिस ने देर रात आरोपी राजवीर व ताराचंद के खिलाफ हत्या के प्रयास, रेप की कोशिश, एससी एसटी एक्ट का केस दर्ज किया है। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि वह 70 प्रतिशत से अधिक झुलसी है। अपराधी चाहते थे कि किशोरी को होश न आये। किशोरी के होश में आने से पहले परिजन गैस सिलेंडर से आग लगने की बात कह रहे थे और किशोरी के होश में आने के बाद कहानी बदल गई।एसडीएम ने लड़की का कलमबंद बयान लिया।
तीसरी घटना कानपुर की है। जहां भाजपा पार्षद के भतीजे ने कोचिंग से लौट रही नाबालिग छात्रा से सरेराह छेड़छाड़ किया। बैट्री रिक्शा से जा रही छात्रा को आई लव यू बोलते हुए रिक्शे से हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खींचने लगा।बताते हैं कि छेड़छाड़ की घटना छात्रा के पिता के सामने हुई। विरोध करने पर आरोपी दबंगई दिखाने लगा। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है। आरोपी लड़का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पार्षद का भतीजा तिलक गुप्ता बताया जा रहा है। पीड़िता का कहना है कि पहले भी आरोपी उसके साथ छेड़खानी कर चुकी है। कोचिंग आते-जाते वो उसका पीछा करता था। अब पीड़िता के पिता ने आरोपी लड़के के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि आरोपी के घरवालों को उसकी हरकतों में बारे में बताया था लेकिन उन लोगों ने कोई एक्शन नहीं लिया। बताया जाता है कि पीड़िता कानपुर के चकेरी इलाके की रहने वाली है। पीड़िता कक्षा 12वीं की छात्रा है। रोज की तहर वो शुक्रवार शाम को अपनी कोचिंग से पढ़कर ई-रिक्शा से घर आ रही थी।तभी रास्ते में गणेश विसर्जन के कारण जाम लगने के कारण ई-रिक्शा रुक गया। इसी दौरान तिलक गुप्ता नाम का लड़का अपने दो दोस्तों के साथ उसके पास आया और उसका हाथ पकड़कर बाहर खींचने लगा। लेकिन छात्रा ई-रिक्शा से बाहर नहीं आई। पूरी घटना पीड़ित छात्रा के पिता की आंखों के सामने हुई।लोगों की भीड़ जुटते देख आरोपी अपने दोस्तों संग वहां से भाग निकला। घटना के बाद छात्रा अपने पिता के साथ कृष्णा नगर पुलिस चौकी पहुंची और आरोपी युवक के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई। छात्रा ने पिता ने बताया कि आरोपी तिलक गुप्ता बीजेपी के पार्षद गोपाल गुप्ता का भतीजा है। परेशान होकर अब तिलक गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले पर पुलिस के जॉइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी और डीसीपी रविंद्र कुमार का कहना है कि आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामाल दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता का धारा 161 का बयान दर्ज करा लिया गया है। अब धारा 164 का बयान अदालत में कराया जाएगा. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
चौथी घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर की है।बुधवार को गोरखपुर में रेलवे स्टेशन पर रह रही महिला से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। रेलवे स्टेशन पर दिखने वाले एक शख्स ने ही अपने साथियों संग इस घटना को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। महिला से पूछताछ में पुलिस को हाथ अहम सुराग लग गए हैं। पुलिस सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस की मदद से मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। खबर है कि आरोपी अभी पकड़ से दूर हैं। पुलिस ने कुछ दुकान लगाने वालों को उठाया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।
पुलिस को पीड़िता ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर दो पर पिछले कुछ दिनों से वह सीढ़ी के पास रह रही थी। बुधवार रात भी रोज की तरह वह वहां पर मौजूद थी। वहां रहते हुए एक शख्स को रोजाना देखती थी। बुधवार रात उसके बुलाने पर ही वह आउटर की ओर बढ़ी। फिर जबरन वहां पर मौजूद तीन से चार लोग उसे जबरन उठा ले गए। सबने झाड़ी में दुष्कर्म किया और फिर मारपीट की।आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद खून से लथपथ महिला किसी तरह प्लेटफार्म पर जीआरपी थाने पहुंची। बताया जा रहा है कि भाजपा सरकार के एक मंत्री को ट्रेन तक छोड़ने के लिए तमाम लोग भी वहां पर मौजूद थे। लेकिन, किसी ने महिला से खून से लथपथ महिला से रोने की वजह तक नहीं पूछी। बाद में पुलिस के सक्रिय होने पर जीआरपी के पास कुछ लोग पहुंचे। अधिक रक्तस्राव होने की वजह से महिला की हालत बिगड़ गई थी। आननफानन उसे मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन भी किया है, ताकि रक्तस्राव बंद हो सके। अभी उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
पांचवीं घटना चित्रकूट की है। जहां रविवार को यूपी घर के बाहर खेल रही चार वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदे ने हैवानियत की हदें पार कर दीं। बच्ची को कमरे में कैद कर आरोपी ने दुष्कर्म किया। बच्ची के शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गया। यह घटना मऊ थाना क्षेत्र की है। मासूम को बिस्कुट दिलाने के बहाने आरोपी कमरे में ले गया था। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
छठवीं घटना आजमगढ़ की है। जहां बरदह थाना क्षेत्र में एक किशोरी के साथ तीन दरिंदों ने सामुहिक दुष्कर्म किया। पीड़ित किशोरी शुक्रवार की शाम खेत की तरफ गई थी। इसी दौरान तीन युवकों ने उसे पकड़ लिया और खींच कर सरपत के झुंड में लेकर चले गए। किशोरी गिड़गिड़ाती रही लेकिन दरिंदों ने एक भी नहीं सुनी।तीनों ने बारी-बारी से किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसे मारपीटा। इसके बाद तीनों उसे मौके पर ही छोड़ कर फरार हो गए। काफी देर तक जब पीड़िता घर नहीं लौटी तो परिजन उसकी तलाश करने लगे। सरपत के झुंड में परिजनों ने पीड़िता को अचेत हाल में पड़ा देखा। घर लाने के बाद किशोरी ने आपबीती सुनाई तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद परिजन उसे लेकर बरदह थाने पहुंचे जहां तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी है। रविवार को पुलिस मुठभेड़ में एक दरिंदा धरा गया।
सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं की बाढ़ आ गयी है। प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार और डकैती से लोग दहशत में हैं। महिलाएं असुरक्षित जीवन जीने को मजबूर हैं। भाजपा से राज्य की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है। गैर भाजपा शासित राज्य होता तो भाजपाई तूफान खड़ा कर देते। लेकिन राज्यपाल यहाँ भाजपा एजेंट बन कर काम कर रही हैं। मेरी मांग है कि राज्यपाल आपराधिक घटनाओं का संज्ञान लेकर राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करें।
बस्ती में भी एक महिला तीन पुरुषों को लेकर फरार होगई, फ़िर पुलिसकर्मियों की सक्रियता से उसकी बरामदगी होगई,