बस्ती,
सोनूपार चौराहा एक व्यस्ततम स्थान है जहाँ सेप्रतिदिन 50 से एक लाख की आबादी आयात करती है पर पानी पीने की व्यवस्था चौराहे पर अत्यंत खराब है।जिनके जेब मे पैसा है वे हर जगह खरीद कर पीते है मिनरल. जिनकी स्थिति ठीक नही उनके लिये इंडिया मार्का ही आधार है।सोनुपार पुलिस चौकी के पास ही लगा हेंड पम्प अपनी दशा की दुर्दशा बया कर रहा है.न तो ग्राम प्रधान को सुधि लेने का समय है और नही जलनिगम को।यात्री आते है हैरान परेशान हो नलका शून्य हो सबकी सम्वेदनशीलता को धिक्कारते चले जाते है।आखिर ग्राम प्रधान हेण्डपम्प को ठीक तो कराही सकते थे पर ग्राम निधि,मनरेगा से उन्हें फुर्सत मिले तब न।बगल की पुलिस चौकी और उसके के कर्मचारी का भी वही इण्डिया मार्क सहारा है।
आसली समस्या तो यह है हेंड पम्प को पुलिस के संरक्षण में इतना पाट दिया गया है कि उसका अस्तित्व ही समाप्त होगया है।आखिर प्रधान की नाक और प्रधानी का सवाल है.