एक औऱ साधू की ईंट से कूच कूच कर हत्या !!

 मेरठ में साधु को ईंट से कूचकर मार डाला 


पश्चिमी यूपी में 4 दिन में दूसरे साधु की पीट-पीट कर हत्या हुई




मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।

 तीन दिन पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पीट-पीट कर साधू की हत्या हुई थी। घटना के चार दिन भी नहीं बीते थे किमेरठ में सोमवार की रात तोंबी मठ के साधु को ईंट से कूचकर मार डाला गया। शव को मेन रोड पर फेंककर हत्यारे भाग खड़े हुए। सुबह लोगों ने शव देखा तो हंगामा शुरू हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों का लोगों ने घेराव कर दिया। अभी तक हत्या का कारण और हत्यारों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बीते शनिवार को भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक साधु की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी थी।

खाली पड़े मकान में मारा और लाश सड़क पर फेंक दी

घटना मुंडाली थाना क्षेत्र के बढला कैथवाड़ा की है। यहां रहने वाले चंद्रपाल उर्फ सुक्की (45) चंडी बाबा मंदिर के पास तोंबी मठ के साधु थे। सोमवार देर रात गांव के बीच स्थित जगपाल कश्यप के बरसों से खाली पड़े मकान में इनकी ईंट और पत्थर से पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद शव को मकान के बाहर मेन रोड पर फेंककर हत्यारे भाग खड़े हुए। लोगों ने हंगामा किया तो सीओ किठौर ने लेागों को समझाया। पूरे मामले में फॉरेंसिक एक्सपर्ट और पुलिस की टीमें जांच में जुट गईं हैं।

भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा

साधु की हत्या की सूचना पर एसओ मुंडाली रवि चंद्रवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सीओ किठौर बृजेश सिंह भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाया गया। अन्य थानों से भी फोर्स लगा दी गई है। कुछ दूरी पर पुलिस को मौके से शराब, कोल्ड ड्रिंक की बोतल और भांग की पुड़िया भी मिली है।

कोई रंजिश नहीं थी

मकान में खून पड़ा देख वहीं पर हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस की तमाम टीमें मामले की जांच पड़ताल में लगी हैं। साधू बढला कैथवाड़ा के ही मूल निवासी थे। पांच भाईयों में दूसरे नंबर के सुक्की महाराज अविवाहित थे। उनकी गांव में कोई रंजिश नही थी। अक्सर जंगल में रहने वाले सुक्की महाराज सोमवार को गांव में देखे गए थे। जो 15 साल से मंदिर के मठ पर पूजा करते थे। सीओ बृजेश सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। सिर में चोट के निशान मिले हैं। ऐसे में जांच में यह लग रहा है कि ईट या किसी अन्य ठोस वस्तु से पीटकर हत्या को अंजाम दिया गया है।

4 किलोमीटर दूर है मंदिर का मठबदला कैथवाड़ा निवासी साधु लंबे समय से मठ की देखरेख करते थे। जो कम ही अपने मूल गांव या अन्य स्थानों पर जाते थे। रात में मठ के पास ही रहते थे। उनके गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर मठ है, ऐसे में पुलिस यह मानकर अंदेशा जता रही है कि गांव के ही कुछ शरारती तत्वों ने उन्हें गांव में बुलाया और किसी कारण विवाद होने पर हत्या को अंजाम दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि हो सकता है कि रात में यह लोग खाने-पीने के लिये इकट्ठा हुये थे जिसके दौरान विवाद हुआ और कई लोगों ने मिल कर साधु की हत्या कर दी। पुलिस सभी विन्दुओं पर जांच कर रही है।

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