मथुरा
अपनी माँ की मृत्यु की खबर सुनने के बाद भी कर्मयोगी एम्बुलेंस चालक एम्बुलेंस चलाता रहा, लोगबाग के कहने पर भी वह अपने कर्तव्य से च्युत नही हुआ.अपनी ड्यूटी में 15 मरीजो को अस्पताल पहुचा कर ड्यूटी समाप्त होने के बाद मथुरा सर 200 किमी अपने गांव जाकर मा बक अंतिम संस्कार कर फिर ड्यूटी पर आगया.
प्रभात कुमार यादव नामक ड्राइवर की मां का देहांत 15 मई को होगया था पर कोविड 19 मरीजो के लिए निरंतर एम्बुलेंस चलाने के कारण रात भर 15 मरीजो को अस्पताल पहुचकर हिसुभ 200 किमी अपने गांव जाकर एन्टीम संस्कार कर पुनः काम पर वापस आगया.
उसने कहा हमारा काम ज्यादे महत्वपूर्ण है.उसके साहस व धैर्य केI चर्चा पूरे इलाके में होरही है लोग बता रहे है वह हमारा स्वास्थ्य हीरो है.
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