"खेतों में लगाए गए कटीले तारों में दौड़ाये गए विद्युत करंट से गोवंश की हुई मौत"

 



मिल्कीपुर, अयोध्या।
खंडासा थाना क्षेत्र के कुरावन गांव में आवारा जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए लगाए गए कटीले तारों में विद्युत आपूर्ति संचालित किए जाने के चलते एक गोवंश सहित एक नीलगाय के मारे जाने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लीपापोती करते हुए विद्युत स्पर्शाघात से मारे गए गोवंश को बिना पोस्टमार्टम और कार्यवाही कराएं रफा-दफा कर दिया है। 

   बताया गया कि खंडासा थाना क्षेत्र के कुरावन गांव में किसानों द्वारा आवारा जानवरों, नीलगाय से बचाव हेतु खेतों के चारों ओर कटीले तारों की बाड़ लगाई गई है। उक्त गांव में किसानों ने आवारा जानवरों से राहत एवं निजात का एक नया फार्मूला तैयार करते हुए कटीले तारों में विद्युत करंट सप्लाई करने का नया तरीका निकाल लिया है। जिसके चलते गोवंशों की दर्दनाक मौत हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तीन दिन पूर्व इसी गांव के मजरे पूरे सेवक शुक्ल निवासी विश्वनाथ उर्फ कुलबुल ने भी अपने खेतों में लगाए गए कटीले तारों की बाड़ में विद्युत आपूर्ति संचालित कर दी थी। 
जिसकी चपेट में आकर एक विशालकाय नीलगाय की दर्दनाक मौत हो गई। जिसके शव को कृषक ने चुपके से गांव के करीब स्थित झाड़ियों में खिंचवा कर फेंक दिया था। दूसरा मामला बीते बृहस्पतिवार की रात हो गया। जहां गांव के ही नरेंद्र तिवारी ने पंचायत भवन के पीछे स्थित अपने खेतों में लगे कटीले तारों की बाड़ में विद्युत सप्लाई लगा दी थी। जिसका खामियाजा रहा कि एक विशालकाय सांड़ गोवंश विद्युत करंट की चपेट में आ गया और उसकी भी दर्दनाक मौत हो गई। 
घटना की अल सुबह ग्रामीणों ने गोवंश को मृत पड़ा देख कानाफूसी शुरू कर दी और धीरे-धीरे मामला खंडासा पुलिस के संज्ञान तक पहुंच गया। 
जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस की पीआरबी 112 की टीम सहित खंडासा चौकी प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कार्यवाही किए जाने का मन बनाया, किंतु राजनीतिक महारथियों ने सूचना मिलते ही जोर आजमाइश शुरू कर दी और जिनके प्रभाव में खंडासा पुलिस को पूरे प्रकरण को रफा-दफा करना पड़ गया। अभी तीन दिन पूर्व रुदौली थाना क्षेत्र में नीलगाय का शिकार करने के आरोप में पुलिस ने दो शिकारियों के विरुद्ध वन्य जीव अधिनियम के तहत केस पंजीकृत करते हुए दोनों शिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। नीलगाय सहित गोवंश की निर्मम हत्या किए जाने के मामले में आखिरकार पुलिस को क्यों सांप सूंघ गया और पुलिस ने मामले में कोई भी कार्यवाही करने की जहमत नहीं मोल ली। फिलहाल खंडासा पुलिस की करतूतों को लेकर समूचे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है और लोगों का कहना है कि जिले की पुलिस कार्यवाही में दोहरा मापदंड अपना रही है।

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