बस्ती ,उत्तरप्रदेश,20 दिसम्बर
वाम दलों के राष्ट्रीय एवं प्रान्तीय नेतृत्व के आवाहन पर किसान आन्दोलन के समर्थन में नेताओं, पदाधिकारियों ने शनिवार को उप जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन पर अडानी, अम्बानी का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया।
केन्द्र की भाजपा सरकार को किसान, मजदूर विरोधी बताते हुये भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव का. अशर्फी लाल ने कहा कि ठंड में देश का किसान अपनी मांगों को लेकर आन्दोलित है किन्तु संवेदनहीन सरकार पूंजीपतियों के दबाव में किसान हितों का गला घोंट देना चाहती है। मांग किया कि किसानों को बांटने की जगह सरकार तत्काल उनकी मांगों पर निर्णय ले।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव का. रामगढी चौधरी, सी.पी.आई.एम.एल. संयोजक रामलौट, का. वीरेन्द्र मिश्र, का. के.के. तिवारी आदि ने एक स्वर से मांग किया कि किसान विरोधी तीन काले कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाय। कहा कि सरकार किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों का दमन बन्द करे और उनकी आवाजों को सुनने के साथ ही समस्याओं का हल शीघ्र ढूढा जाय।
धरना प्रदर्शन और अडानी, अम्बानी का पुतला फूंकने वालों में किसान नेता गंगाराम सोनकर, राम सुरेमन, शिवचरन निषाद, वंदना चौधरी, कृष्ण मुरारी यादव, प्रेमचन्द्र चौधरी, राजनरायन मिश्र, श्याम मनोहर जायसवाल, अभय कुमार, जावेद अहमद, नरसिंह भारद्वाज, शेषमणि, भगनवादीन, रामराज, रामधीरज चौधरी, रमन कुमार, जगदीश, सियाराम सोनकर, गौरीशंकर, अजय कुमार, सियाराम सोनकर, मुन्नी देवी, राम अजोर, प्रमोद, राम सूरत, महेन्द्र कुमार चौधरी, राम गोपाल चौधरी आदि शामिल रहे।
केन्द्र की भाजपा सरकार को किसान, मजदूर विरोधी बताते हुये भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव का. अशर्फी लाल ने कहा कि ठंड में देश का किसान अपनी मांगों को लेकर आन्दोलित है किन्तु संवेदनहीन सरकार पूंजीपतियों के दबाव में किसान हितों का गला घोंट देना चाहती है। मांग किया कि किसानों को बांटने की जगह सरकार तत्काल उनकी मांगों पर निर्णय ले।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव का. रामगढी चौधरी, सी.पी.आई.एम.एल. संयोजक रामलौट, का. वीरेन्द्र मिश्र, का. के.के. तिवारी आदि ने एक स्वर से मांग किया कि किसान विरोधी तीन काले कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाय। कहा कि सरकार किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों का दमन बन्द करे और उनकी आवाजों को सुनने के साथ ही समस्याओं का हल शीघ्र ढूढा जाय।
धरना प्रदर्शन और अडानी, अम्बानी का पुतला फूंकने वालों में किसान नेता गंगाराम सोनकर, राम सुरेमन, शिवचरन निषाद, वंदना चौधरी, कृष्ण मुरारी यादव, प्रेमचन्द्र चौधरी, राजनरायन मिश्र, श्याम मनोहर जायसवाल, अभय कुमार, जावेद अहमद, नरसिंह भारद्वाज, शेषमणि, भगनवादीन, रामराज, रामधीरज चौधरी, रमन कुमार, जगदीश, सियाराम सोनकर, गौरीशंकर, अजय कुमार, सियाराम सोनकर, मुन्नी देवी, राम अजोर, प्रमोद, राम सूरत, महेन्द्र कुमार चौधरी, राम गोपाल चौधरी आदि शामिल रहे।