ईश्वर सर्वत्र विद्यमान, पहचानने वाला हो


जौनपुर,23 नवम्बर,उत्तर
 खुटहन क्षेत्र के वीरमपुर गांव में श्रभ्मत भागवत कथा के अन्तिम दिन रात में प्रवचन करते हुए अखिलेश चन्द मिश्र ने कहा कि परमेश्वर की नजर में धरती का हर प्राणी एक बराबर है,वह किसी भी जीव में भेद नहीं करता है, उनकी कृपादृष्टि सब पर बराबर पड़ती है। उन्होनेे भक्तों को भगवान श्री कृष्ण की ललित कला का रसपान करते हुए कहा कि श्री कृष्ण ने अपने अवतार में भगवान और सखा दोनों रुपों में अपने भक्तों का बखूबी साथ दिया।

 एक तरफ निर्धन ब्राह्मण सुदामा जो उनका बचपन का मित्र और भक्त था उसे संसार के सामने गले लगाकर अपने मित्रवत धर्म का अनोखा उदाहरण दुनियां के सामने रखा तो दूसरी तरफ अपने परम भक्त अर्जुन का सारथी बनकर महां युद्ध में पांडवों और धर्म की रक्षा की। कथाकार पं.अखिलेश ने आगे कहा कि जब अजामिल, कुब्जा आदि का उद्धार कर भगवान ने यह संदेश दिया कि हर व्यक्ति समाज को एक साथ लेकर चलने के लिए किसी भी जीव में भेद भाव नहीं करना चाहिए। व्यक्ति अपने अच्छे बुरे कर्मों का भोग स्यवं करता है, जो जैसा करेगा उसका फल खुद पायेगा। 
इसलिए हर मनुष्य को वहीं कार्य करने चाहिए जो धर्म संगत हो। कथाकार ने आगे भी कहा कि अहंकार ईश्वर का भोजन है, अहंकारी और पापाचारी व्यक्ति भगवान के कोपभाजन शिकार बनते हैं तथा जन्म और मृत्यु के बंधन में फसें रहते हैं,इसलिए मोक्ष प्राप्ति के लिए भगवान की भक्ती भजन सबको करना चाहिए। इस मौके पर रामबचन मिश्र,शारदा प्रसाद मिश्र, हरिश्चंद्र मिश्र, कमलेश मिश्र, छोटे लाल मिश्र, विपिन मिश्र, राम आसरे तिवारी, अशोक मिश्र, अजय तिवारी, पवन तिवारी ,विकास तिवारी ,अरविंद गुप्ता, राम मूरत यादव, इंद्रदेव यादव, सभा राज यादव ,अनिल यादव, राकेश मिश्रा, श्री कृष्ण पांडे ,धर्मेंद्र मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

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