जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने आकस्मिक रूप से पांडे बाजार, मुंडेरवा, देवरियामाफी सहकारी समिति में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। लक्ष्य से काफी कम धान खरीद पाए जाने पर उन्होने सहायक निबंधक सहकारिता का वेतन बाधित करते हुए तीनों सचिवों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
उल्लेेखनीय है कि 23 नवम्बर को जिले के 17 धान क्रय केन्द्रों पर शून्य धान खरीद हुयी थी। शासन स्तर से इस स्थिति पर अंसतोष व्यक्त किया गया था। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने 23 नवम्बर को शून्य धान खरीद वाले तीन क्रय केन्द्रों का आज औचक निरीक्षण किया तथा सुधार करने का निर्देश दिया।
धान खरीद में शिथिलता पर जिलाधिकारी ने पांडे बाजार स्थित क्षेत्रीय सहकारी समिति के सचिव विजय नन्द के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एआर सहकारिता को निर्देश दिया है। यहां 23 नवंबर को शून्य धान की खरीद हुई है। आज भी निरीक्षण के समय सायं 3.00 बजे तक कोई खरीद नहीं हुई। खरीद के पूरे कार्यकाल में 32 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 18 से खरीद हुई है। इस केंद्र का लक्ष्य 575 मेट्रिक टन है, जिसके सापेक्ष 87 मीट्रिक टन खरीद हो पाई है।
जिलाधिकारी ने राजकीय धान क्रय केंद्र, मुंडेरवा क्षेत्रीय सहकारी समिति का निरीक्षण किया। यहां भी खरीद काफी कम पाई गई। इस केंद्र का लक्ष्य 570 मेट्रिक टन है, जबकि अभी तक मात्र 69 मेट्रिक टन धान की खरीद हुई है। जिलाधिकारी ने सचिव विष्णू दुबे के विरुद्ध भी कार्यवाही के लिए एआर कोआपरेटिव को निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने किसानों को भुगतान की स्थिति की समीक्षा किया। यहां पर टोकन रजिस्टर भी समुचित ढंग से नहीं बनाया गया है तथा रजिस्टर में काट-पीट की गई है।
जिलाधिकारी ने देवरियामाफी स्थित क्षेत्रीय साधन सहकारी समिति के धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस केंद्र का लक्ष्य 545 मीट्रिक टन है, जबकि अभी तक मात्र 19 एमटी धान खरीद की गई है। यहां पर जिलाधिकारी ने उपस्थित किसानों से वार्ता किया तथा उन्हें बताया कि हल्दिया रोग के कारण खराब हुए धान का मानक शिथिल करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार को अनुरोध किया गया है। वहां से प्राप्त निर्णय के अनुसार अग्रेतर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि हल्दिया रोग से ग्रस्त धान कम से कम आधा किलो का पैकेट धान क्रय केंद्र पर उपलब्ध करा दें, ताकि उसका परीक्षण भी कराया जा सके। निरीक्षण के दौरान डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ तिवारी तथा पीसीएफ के जिला प्रबंधक भी उपस्थित रहे।
उल्लेेखनीय है कि 23 नवम्बर को जिले के 17 धान क्रय केन्द्रों पर शून्य धान खरीद हुयी थी। शासन स्तर से इस स्थिति पर अंसतोष व्यक्त किया गया था। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने 23 नवम्बर को शून्य धान खरीद वाले तीन क्रय केन्द्रों का आज औचक निरीक्षण किया तथा सुधार करने का निर्देश दिया।
धान खरीद में शिथिलता पर जिलाधिकारी ने पांडे बाजार स्थित क्षेत्रीय सहकारी समिति के सचिव विजय नन्द के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एआर सहकारिता को निर्देश दिया है। यहां 23 नवंबर को शून्य धान की खरीद हुई है। आज भी निरीक्षण के समय सायं 3.00 बजे तक कोई खरीद नहीं हुई। खरीद के पूरे कार्यकाल में 32 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 18 से खरीद हुई है। इस केंद्र का लक्ष्य 575 मेट्रिक टन है, जिसके सापेक्ष 87 मीट्रिक टन खरीद हो पाई है।
जिलाधिकारी ने राजकीय धान क्रय केंद्र, मुंडेरवा क्षेत्रीय सहकारी समिति का निरीक्षण किया। यहां भी खरीद काफी कम पाई गई। इस केंद्र का लक्ष्य 570 मेट्रिक टन है, जबकि अभी तक मात्र 69 मेट्रिक टन धान की खरीद हुई है। जिलाधिकारी ने सचिव विष्णू दुबे के विरुद्ध भी कार्यवाही के लिए एआर कोआपरेटिव को निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने किसानों को भुगतान की स्थिति की समीक्षा किया। यहां पर टोकन रजिस्टर भी समुचित ढंग से नहीं बनाया गया है तथा रजिस्टर में काट-पीट की गई है।
जिलाधिकारी ने देवरियामाफी स्थित क्षेत्रीय साधन सहकारी समिति के धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस केंद्र का लक्ष्य 545 मीट्रिक टन है, जबकि अभी तक मात्र 19 एमटी धान खरीद की गई है। यहां पर जिलाधिकारी ने उपस्थित किसानों से वार्ता किया तथा उन्हें बताया कि हल्दिया रोग के कारण खराब हुए धान का मानक शिथिल करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार को अनुरोध किया गया है। वहां से प्राप्त निर्णय के अनुसार अग्रेतर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि हल्दिया रोग से ग्रस्त धान कम से कम आधा किलो का पैकेट धान क्रय केंद्र पर उपलब्ध करा दें, ताकि उसका परीक्षण भी कराया जा सके। निरीक्षण के दौरान डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ तिवारी तथा पीसीएफ के जिला प्रबंधक भी उपस्थित रहे।