असिद्दीन ओवैसी ने कहा है जमात को दोष न दे आयोजन कर्ता को दोषी माने।देश भर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। कहा जा रहा है कि ये आंकड़े तबलीगी जमात के मरकज में शामिल लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बढ़ रहे हैं। इस धार्मिक कार्यक्रम में हजारों लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। अब इस मामले पर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने मीडिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “कुछ मीडिया वाले केंद्र सरकार की चापलूसी करने की वजह से कोविड-19 को लेकर झूठा प्रोपेगेंडा चला रहे हैं। इनको इंसानियत से कोई लेना देना नहीं है। सच कहें तो कोविड-19 का कोई धर्म नहीं है।”
ओवैसी ने आगे कहा, “आप लोग उनपर उंगली उठा सकते हैं, जिन्होंने इस कार्यक्रम को आयोजित किया था, मगर उनकी वजह से पूरे धर्म को बदनाम करना बहुत गलत है। ये मीडिया का झूठा प्रोपेगेंडा है।” उन्होंने मीडिया से विनती करते हुए कहा कि कृपया 15 दिनों तक हिंदू-मुस्लिम न करें। फिलहाल देश में बहुत बड़ी आफत आई हुई है। उसके बाद हमेशा की तरह आप हिंदू-मुस्लिम करते रहिये।
कोरोना वायरस की वजह से तबलीगी जमात के जिन 8 लोगों की मौत हुई है, उन्हें ओवैसी ने शहीद का दर्जा दिया। ओवैसी ने कहा कि जो 8 लोग शहीद हुए हैं, उनमें से 4 लोगों का पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित है। सरकार उन सभी को क्वारंटाइन में रख रही है, जो कि दिल्ली के कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे।
ओबैसी का मीडिया को दोषी मानना कितना जायज है?