अयोध्या राममंदिर के विवादास्पद मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास का ब्रह्मलीन होना कालजई चेतना का अस्तित्व बोध है.आंदोलन काल में विवादास्पद बयानों के लिए जाना जाता था. परंतु मंदिरवनिर्माण के बाद उनका हृदय परिवर्तन उनके सकारात्मक सोच को दिखाता है.आज उनका निधन लखनऊ में होगया.श्रीरामजी की कृपा बरसे ओर उनको श्रीरामजी अपने श्री चरणों में साथ दे.उनकी शून्यता संघर्षऔर तपस्चर्या की रिक्तता है.श्री दास तब विशेष चर्चा तब आए जब उन्होंने मोदी को तीसरीबार भी प्रधानमंत्री बनने की भविष्य वाणी की थी.
आचार्य सत्येंद्र दास ने PM मोदी को लेकर की थी चौंकाने वाली भविष्यवाणी, बन गया था ऐतिहासिक पल
पिछले साल 4 जून को जब लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित हुए तो एक भविष्यवाणी सच साबित हुई। दरअसल नतीजों से पहले अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एक भविष्यवाणी की थी।
उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी को रामलला का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है और वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार 12 फरवरी को निधन हो गया। पिछले साल लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी ने भविष्यवाणी की थी।
इतनी बड़ी भविष्यवाणी की थी
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा था कि मैंने भविष्यवाणी की है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे और 4 जून को इस बात पर भी मुहर लग जाएगी कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं. उन्होंने अपनी भविष्यवाणी में कहा था कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी खुद आए थे और प्राण प्रतिष्ठा भी उन्हीं के द्वारा की गई थी. देश के प्रधानमंत्री मोदी पर रामलला का आशीर्वाद और कृपा है। इस साल भी वह चुनाव जीतकर तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वह अपना संकल्प पूरा करेंगे, हमारा आशीर्वाद पीएम मोदी पर है। आचार्य सत्येंद्र दास का निधन: राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का निधन
पीएम ने 11 दिनों तक रखा था विशेष अनुष्ठान
मुख्य पुजारी ने आगे कहा था कि हम हर दिन भगवान श्री राम से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद मांगते हैं। आपको बता दें कि 500 साल बाद राम भक्तों का इंतजार 22 जनवरी 2024 को खत्म हुआ था। रामनगरी अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान श्री राम भव्य मंदिर में विराजमान हुए। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान थे।
उन्होंने रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की थी। पीएम मोदी ने राम मंदिर उद्घाटन से पहले 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान भी रखा था। इतना ही नहीं प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने तक वह जमीन पर सोए थे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होने के बाद स्वामी गोविंददेव ने अपने हाथों से पीएम मोदी को चरणामृत पिलाकर उनका उपवास तुड़वाया।