राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गयी जमीन में संजय सिंह ने घोटाले का आरोप लगाया




मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।


 आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राम मंदिर के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगाया है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा, 'एक अजीबोगरीब बात और है, जो जमीन रवि मोहन तिवारी ने हरीश पाठक जी से खरीदी उसका स्टांप तो 5 बजकर 22 मिनट पर खरीदा गया, लेकिन जो एग्रीमेंट साढे़ 18 करोड़ रुपये का हुआ, उसका स्टांप 5 बजकर 11मिनट पर ही खरीद लिया गया। यानी ट्रस्ट ने पहले से ही स्टांप खरीद लिया।' दोनों लेन-देन 5 मिनट के भीतर किए गए थे। उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूँ जो जमीन दो करोड़ रुपए में खरीदी गई, वही जमीन ठीक 5 मिनट बाद साढे़ 18 करोड़ रुपये में कैसे खरीद ली गई? मैं समझता हूँ आज उन करोड़ों भक्तों को गहरी ठेस लगी होगी जिन लोगों ने प्रभु श्री राम के नाम पर बने ट्रस्ट पर भरोसा करके करोड़ों रुपए का चंदा दिया लेकिन प्रभु श्री राम के नाम पर उस ट्रस्ट के पदाधिकारी करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रहे हैं। ट्रस्ट के मेंबर अनिल मिश्रा, जो बयनामा कराने में गवाह थे, वही अनिल मिश्रा इस जमीन को ट्रस्ट के नाम पर खरीदने में भी गवाह बन गए और मेयर महोदय ऋषिकेश उपाध्याय जो जमीन बयनामा कराने में गवाह थे, वहीं मेयर महोदय ट्रस्ट के नाम पर खरीदने में भी गवाह बन गए। उन्होंने आरोप लगया कि लगभग साढे़ 5 लाख रुपये प्रति सेकंड की दर से जमीन का दाम बढ़ गया, पूरी दुनिया में कहीं भी एक सेकंड में जमीन इतनी महंगी नहीं हुई होगी, लेकिन राम जन्मभूमि के नाम पर बने ट्रस्ट में 1 सेकंड में साढे़ 5 लाख रुपये मंहगी करके जमीन खरीदी गई ।' सिंह का दावा है कि राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के इशारे पर लेन-देन किया गया था। 






दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी जमीन पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के नाम पर जमीन खरीदने के नाम पर राम भक्तों को ठगा जा रहा है। जमीन खरीदने का सारा खेल मेयर और ट्रस्टी को मालूम था। उन्हें जो जानकारी दी गयी उसके अनुसार अयोध्या के बाग विजेश्वर में 12.80 स्क्वायर मीटर जमीन है। अयोध्या के एक बाबा ने 18 मार्च 2021 को पहले रवी मोहन मिश्रा सुल्तान अंसारी को दो करोड़ में बेचा गया। ठीक 10 मिनट बाद उसी जमीन का राम मंदिर ट्रस्ट ने 18:50 करोड़ में एग्रीमेंट किया। एग्रीमेंट और बैनामे दोनों में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र व अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे पास जो तथ्य उपलब्ध कराये गये हैं उसके अनुसार 17 करोड़ रुपये रवी मोहन व सुल्तान अंसारी के खाते में आरटीजीएस किया गया है। पवन पांडेय ने पूरे प्रकरण की जांच ईडी और सीबीआई से कराने की मांग की है।

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