लखनऊ,
प्रदेश में इस बार चार चरणों में पंचायत चुनाव कराए जा सकते हैं. हर चरण में 18 या 19 जिलों में मतदान होंगे. सूत्रों के मुताबिक प्रत्येक जिले में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य के चारों पदों के लिए एक ही बार में वोटिंग होगी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर बड़ी खबर आ रही है. प्रदेश में इस बार चार चरणों में पंचायत चुनाव कराए जा सकते हैं. हर चरण में 18 या 19 जिलों में मतदान होंगे. सूत्रों के मुताबिक प्रत्येक जिले में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य के चारों पदों के लिए एक ही बार में वोटिंग होगी. पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग जिलाधिकारियों व अन्य संबंधित अफसरों के साथ लगातार समीक्षा बैठक कर रहा है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चुनाव की तैयारियों का जायजा राज्य निर्वाचन ले रहा है.
आपको बता दें उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत की तारीखों का ऐलान तो नहीं हुआ, लेकिन यह तय हो गया यह बोर्ड परीक्षा से पहले हो जाएंगे. 24 अप्रैल से यूपी में बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं. इसे देखते हुए कल विधानसभा सीएम योगी ने कहा कि हर हाल में बोर्ड परीक्षा के पहले पंचायत चुनाव संपन्न हो जाएंगे.
यूपी पंचायत चुनाव और बोर्ड एग्जाम की तारीखों में किसी तरह का टकराव न हो इसे देखते हुए राज्य चुनाव आयोग ने भी बड़ा फैसला लिया है. आयोग के मुताबिक ब्लॉक मुख्यालय परिसर ही नहीं बल्कि उस विकास खंड स्थित किसी डिग्री कॉलेज या अन्य सरकारी भवन को भी मतगणना केन्द्र बनाया जा सकता है, जहां बोर्ड परीक्षा के सेंटर होंगे.
एक जनपद एक चरण में चुनाव
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लखनऊ, अयोध्या, बस्ती, झांसी, आजमगढ़ गोरखपुर, वाराणसी और देवीपाटन मंडल के 35 जनपदों की समीक्षा की. इन जिलों में एक चरण में चुनाव कराए जाने की तैयारी के निर्देश भी दिए गए हैं. इतना ही नहीं निर्वाचन आयोग ने चुनाव में उपयोग होने वाली सामग्री प्रपत्र की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थलों के मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता की समीक्षा के भी आदेश डीएम को दिए हैं.
एग्जाम सेंटर से अलग होंगे काउंटिंग सेंटर
राज्य निर्वाचन आयोग ने इन जिले के डीएम को यह भी आदेश दिए हैं कि अगर कोई भी ऐसा एग्जाम सेंटर है जिसे काउंटिंग सेंटर बनाया गया है, तो उसे तत्काल बदल दें. उसके पास किसी दूसरे कॉलेज में काउंटिंग बनाया जा
2 या 3 मार्च को पहली सूची की उम्मीद
पंचायत चुनावों में जिला पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण की सूची शासन ने जारी कर दी है. बाकी 5 सीटों के लिए आरक्षण की सूची 2 और 3 मार्च को हर जिले में डीएम जारी कर देंगे. यह आरक्षण की पहली सूची होगी. हालांकि फाइनल सूची 15 मार्च तक आएगी. लेकिन, पंचायत चुनाव में पहली सूची और आखिरी सूची में अमूमन कोई बदलाव नहीं होता है. गुरुवार से पांचवें दिन आरक्षण की सूची सभी जिलों में आ जाएगी
पहली और आखिरी सूची में 12 दिन का गैप
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरक्षण का चार्ट तैयार हो गया है. इसे सिर्फ क्रॉसचेक किया जा रहा है. जिलों में शासनादेश के मुताबिक कई बार चेक करके ही पहली लिस्ट तैयार की जाती है. हालांकि इसमें गलती संभावना कम होती है. शासनादेश में इस बात का प्रावधान है कि जिला प्रशासन के द्वारा आरक्षण की सूची जारी किये जाने के बाद आम जनता से इस पर आपत्तियां मागी जाती हैं. 3 मार्च को सूची जारी हो जाएगी. 12 मार्च तक लोगों की आपत्तियों का समाधान किया जाएगा. इसीलिए पहली सूची और आखिरी सूची में 12 दिन का गैप है
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