राम के वनवास से अयोध्या सूनी, राम लीला की अभिनव प्रस्तुति

 


बस्ती, उत्तरप्रदेश


सनातन धर्मी संस्था और श्री रामलीला महोत्सव आयोजन समिति की ओर से  अटल बिहारी वाजपेई प्रेक्षागृह में चल रहे श्रीराम लीला के पांचवे  दिन श्रीराम के वनवास का भावुक मंचन किया गया।  धनुषधारी आदर्श रामलीला समिति अयोध्या के कलाकारों द्वारा कैकेई द्वारा श्रीराम के 14 वर्ष का वनवास मांगे जाने, अयोध्यावासियों की मनः स्थिति आदि लीला का मंचन देख दर्शक भावुक हो गये।


व्यास कृष्ण मोहन पाण्डेय ने  कथा सूत्र पर प्रकाश डालते हुये बताया कि विवाह के बाद प्रभु श्रीराम सपत्नीक अयोध्या पहुंचते हैं तो पूरा नगर हर्षोल्लास में डूब जाता है। गुरु वशिष्ठ की सलाह पर राजा दशरथ अपने ज्येष्ठ पुत्र मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को राजपाट सौंपने का फैसला करते हैं।


पूरे उत्साह के साथ राम के राज्याभिषेक की तैयारी चल रही थी कि इसी बीच माता कैकेयी ने राजा दशरथ से पूर्व में दिए गए वचनों का स्मरण दिलाते हुए राम को 14 वर्ष का वनवास और अपने पुत्र भरत को राजगद्दी सौंपने का वर मांग लेतीं हैं।


इसी के साथ अयोध्या नगरी में शोक छा जाता है। पिता दशरथ के वचन का पालन करने के लिए भगवन श्रीराम के साथ पत्नी सीता व अनुज लक्ष्मण भी वन जाने लगी। वन गमन के दौरान नगरवासियों ने उन्हें मनाने की कोशिश की। पर, उनके नहीं मानने पर नगरवासी भी उनके साथ चल दिए। प्रभु श्रीराम ने तमसा नदी पर विश्राम के दौरान सभी के सो जाने पर चुपके से वह वन के लिए प्रस्थान कर गए। जब  मंडली के कलाकार गाते बजाते चल रहे थे, ‘श्री राम चले वनवास अयोध्या सूनी भई’। राम को वन जाते देख दर्शकों की आंखें भर आईं। इस दौरान नदी को पार करने के लिए भगवान राम केवट की मदद मांगते हैं, केवट श्रद्धाभाव से श्रीराम, लक्ष्मण व सीता माता को अपनी नाव में नदी पार करवाते हैं।


दशरथ की भूमिका में प्रेम नारायण,  श्रीराम की भूमिका में ज्ञान चन्द्र पाण्डेय, लक्ष्मण की भूमिका में राजा बाबू और माता सीता की भूमिका में मोनू पाण्डेय, दशरथ की भूमिका में उमेश झां ने मंच पर श्रीराम लीला को जीवन्त किया।


श्रीराम दरबार आरती, प्रार्थना से आरम्भ श्रीराम लीला में बड़ी संख्या में दर्शकों ने भाग लिया।  संचालन पंकज त्रिपाठी ने किया। दर्शकों में मुख्य रूप से  रघुनंदन राम साहू, महेश शुक्ल, विकास दूबे, बृजेश सिंह मुन्ना, आशीष शुक्ल, हरीश त्रिपाठी, डॉ अभिनव उपाध्याय, प्रशांत पाण्डेय, राहुल त्रिवेदी, नितेश शर्मा, भोलानाथ चौधरी, अभय त्रिपाठी, अमन त्रिपाठी, अंकित त्रिपाठी, पवन, जॉन पाण्डेय आदि शामिल रहे।


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