*भ्रष्ट्राचार में लिप्त महिला सचिव द्वारा नियम कानून की उड़ाई जा रही धज्जियां ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार*
-जिम्मेदारों की लापवाही से महिला सचिव सुमन के ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार
-बहुचर्चित महिला सचिव के जिम्मा 8 ग्राम पंचायतों की मिली है ज़िम्मेदारी
-रोस्टर प्रणाली के अनुसार पंचायतों के मिनी सचिवालयों पर सचिव की उपस्थिति सवालों के घेरे
-सप्ताह में 7 दिन सचिव के अधीन 8 ग्राम पंचायत आखिर सचिवालयों पर कब समय देती होगी सचिव साहिब
-मनरेगा मज़दूरों की एक साइड की फोटो सभी साइडों पर हो रहा अपलोड
-मजदूरों की फोटो में हेराफेरी के सहारे मनरेगा में फर्जीवाड़ा में माहिर हो रही सचिव
-बट्टुपुर,खजुरिया मिश्र,बैहार ग्राम पंचायतों में नही रुक रहा फर्जी हाजिरी
-वीडीओ प्रवीण कुमार भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने बजाय भ्रष्ट्राचार में लिप्त अंदरुनी खुशी में मस्त
-ग्राम पंचायतों में एक ही साइड की फोटो सभी कार्य योजनाओं की साइडों पर अपलोड का मामला
*बस्ती*....विकास खण्ड कप्तानगंज में मनरेगा घोटाला थमने का नाम नहीं ले रहा है । जिम्मेदारों की मिलीभगत से महिला सचिव सुमन के अधीन ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार लगातार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार -बहुचर्चित सचिव सुमन को आठ पंचायतों की जिम्मेदारी सौंपी गई है । रोस्टर के नियमों के अनुसार सप्ताह में मिनी सचिवालय पर कम से कम एक दिन का समय देना अनिवार्य है जबकि सप्ताह में 7 दिन ही होते है अब हैरान करने वाली बात यह कि आखिर सचिव साहिबा लाखो रुपये खर्च से बने मिनी सचिवालयों पर कब और कैसे उपस्थित होती होगी इनकी उपस्थिति तो सवालों के घेरे में है ही और मजदूरों की फोटो मे हेराफेरी करके ग्राम पंचायतों में मनरेगा फर्जीवाड़ा में सचिव माहिर हो रही है । और भ्रष्टाचार अपने चर सीमा पर है
सूत्रों के मुताबिक भ्रष्टाचार की खबरें समाचार पत्रों के पन्नो पर सुर्खिया में बनी रहती है। लेकिन ब्लाक डेपलपमेंट आफिसर कुंभकर्णी नींद में मस्त रहते हैं। जब ब्लाक के जिम्मेदार खुद नही चहाते है कि भ्रष्ट्राचार पर कार्यवाही हो तो सचिव भ्रष्ट्राचार करेंगे ही क्योंकि ब्लाक के जिम्मेदार वीडीओ साहब को केवल अपने हिस्से की मलाई जो पसंद है । अपना पेट भरता भाड में जाए जनता ।कप्तानगंज ब्लाक में मनरेगा की असली हकीकत भ्रष्ट्राचार के गिरफ्त में है । ग्राम पंचायत बट्टुपुर,खजुरिया मिश्र,बैहार में मनरेगा हेराफेरी के साथ साथ कार्ड धारक के नाम पर मनरेगा फर्जी हाज़िरी लगवाई जा रही है । ब्लाक के अधिकतर हिस्सों के ग्राम पंचायतों में केवल कागजी घोडा दौड़ा कर कोरम पूरा कर दिया जाता है । लेकिन धरातल पर असलियत कुछ और होती है। भ्रष्ट महिला सचिव के भ्रष्ट्राचार के कारनामे धरातल पर बयां कर रही है सचिव साहिब के असली कारनामों से हर कोई तो वाकिफ हैं ।नाम ना छापने के शर्त पर उनके हितैसी प्रधान कहते हैं सचिव साहिबा की कार्य प्रणाली ठीक नही है। उनका मनचाहा कमिशन और हर कार्य से पहले लेन देन की लालच से सबका दिल तो भर चुका है भ्रष्टाचार मे लिप्त सचिव एक ही ग्रुप के फोटो को बदल बदल कर मनरेगा योजनाओं के पटल पर लगवा कर लगभग ढ़ेड लाख रूपए की प्रतिदिन हेराफेरी चल रही है। नियम कानून को ताख पर रख कर भ्रष्टाचार करना मनो इनका पेसा बन गया है । सचिव साहिबा उच्च अधिकारी से बिना डरे भ्रष्टाचार की नौका पर सवार होकर बही जा रही है वहीं बीडीओ कप्तानगंज प्रवीण कुमार ए .सी . कमरे में बैठ काठ के उल्लू की तरह टुकुर टुकुर निहारते रहते हैं ।भ्रष्ट महिला सचिव सुमन अधीन के ग्राम पंचायतों में से भ्रष्टाचार के हिस्से की गठरी के लिए व्याकुल रहते हैं। जब कभी मीडिया टीम उनके अधीन के ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की खबर चलाता है तो महिला सचिव कहती है कि खबर लिखने से मेरा कुछ नही होगा । क्योंकि अगर कुछ होगा भी केवल हमारे ही ऊपर नही होगा ।अधीन ग्राम पंचायत में पूर्व के दिनो में महज चार महीने में इंटरलाकिग कार्य टुट कर ध्वस्त होना,बढ़नी सरहद से पंचायत भवन तक ठेका मजदूरों से कार्य,फर्जी परिवार रजिस्टर जारी,विंध्य राम के ट्यूबवेल से बढ़नी सरहद चकबंध कार्य आदि में फर्जी हाजिरी लगवाई जा चुकी है में कार्रवाई न हुआ होता के कारण मन बढ गई है । यह इस बात की सुबूत है कि कार्रवाई न होने से अधीन के ग्राम पंचायत में बिना चकरोड / पटरी सफाई या अन्य पर कार्य कराए ग्राम निधि के धन का बंदरबांट किए जा रही है । और सुविधा शुल्क न मिलने पर मौके पर पहुंच कर सचिव साहिबा प्रधान की क्लास लेते है अब देखना यह है कि भ्रष्ट्राचार की खबरे प्रकाशित होने के बाद कार्यवाही शुरु होगी या फिर भ्रष्ट्राचार का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा आने वाला समय बताएगा ।
*बस्ती*....विकास खण्ड कप्तानगंज में मनरेगा घोटाला थमने का नाम नहीं ले रहा है । जिम्मेदारों की मिलीभगत से महिला सचिव सुमन के अधीन ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार लगातार जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार -बहुचर्चित सचिव सुमन को आठ पंचायतों की जिम्मेदारी सौंपी गई है । रोस्टर के नियमों के अनुसार सप्ताह में मिनी सचिवालय पर कम से कम एक दिन का समय देना अनिवार्य है जबकि सप्ताह में 7 दिन ही होते है अब हैरान करने वाली बात यह कि आखिर सचिव साहिबा लाखो रुपये खर्च से बने मिनी सचिवालयों पर कब और कैसे उपस्थित होती होगी इनकी उपस्थिति तो सवालों के घेरे में है ही और मजदूरों की फोटो मे हेराफेरी करके ग्राम पंचायतों में मनरेगा फर्जीवाड़ा में सचिव माहिर हो रही है । और भ्रष्टाचार अपने चर सीमा पर है
सूत्रों के मुताबिक भ्रष्टाचार की खबरें समाचार पत्रों के पन्नो पर सुर्खिया में बनी रहती है। लेकिन ब्लाक डेपलपमेंट आफिसर कुंभकर्णी नींद में मस्त रहते हैं। जब ब्लाक के जिम्मेदार खुद नही चहाते है कि भ्रष्ट्राचार पर कार्यवाही हो तो सचिव भ्रष्ट्राचार करेंगे ही क्योंकि ब्लाक के जिम्मेदार वीडीओ साहब को केवल अपने हिस्से की मलाई जो पसंद है । अपना पेट भरता भाड में जाए जनता ।कप्तानगंज ब्लाक में मनरेगा की असली हकीकत भ्रष्ट्राचार के गिरफ्त में है । ग्राम पंचायत बट्टुपुर,खजुरिया मिश्र,बैहार में मनरेगा हेराफेरी के साथ साथ कार्ड धारक के नाम पर मनरेगा फर्जी हाज़िरी लगवाई जा रही है । ब्लाक के अधिकतर हिस्सों के ग्राम पंचायतों में केवल कागजी घोडा दौड़ा कर कोरम पूरा कर दिया जाता है । लेकिन धरातल पर असलियत कुछ और होती है। भ्रष्ट महिला सचिव के भ्रष्ट्राचार के कारनामे धरातल पर बयां कर रही है सचिव साहिब के असली कारनामों से हर कोई तो वाकिफ हैं ।नाम ना छापने के शर्त पर उनके हितैसी प्रधान कहते हैं सचिव साहिबा की कार्य प्रणाली ठीक नही है। उनका मनचाहा कमिशन और हर कार्य से पहले लेन देन की लालच से सबका दिल तो भर चुका है भ्रष्टाचार मे लिप्त सचिव एक ही ग्रुप के फोटो को बदल बदल कर मनरेगा योजनाओं के पटल पर लगवा कर लगभग ढ़ेड लाख रूपए की प्रतिदिन हेराफेरी चल रही है। नियम कानून को ताख पर रख कर भ्रष्टाचार करना मनो इनका पेसा बन गया है । सचिव साहिबा उच्च अधिकारी से बिना डरे भ्रष्टाचार की नौका पर सवार होकर बही जा रही है वहीं बीडीओ कप्तानगंज प्रवीण कुमार ए .सी . कमरे में बैठ काठ के उल्लू की तरह टुकुर टुकुर निहारते रहते हैं ।भ्रष्ट महिला सचिव सुमन अधीन के ग्राम पंचायतों में से भ्रष्टाचार के हिस्से की गठरी के लिए व्याकुल रहते हैं। जब कभी मीडिया टीम उनके अधीन के ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की खबर चलाता है तो महिला सचिव कहती है कि खबर लिखने से मेरा कुछ नही होगा । क्योंकि अगर कुछ होगा भी केवल हमारे ही ऊपर नही होगा ।अधीन ग्राम पंचायत में पूर्व के दिनो में महज चार महीने में इंटरलाकिग कार्य टुट कर ध्वस्त होना,बढ़नी सरहद से पंचायत भवन तक ठेका मजदूरों से कार्य,फर्जी परिवार रजिस्टर जारी,विंध्य राम के ट्यूबवेल से बढ़नी सरहद चकबंध कार्य आदि में फर्जी हाजिरी लगवाई जा चुकी है में कार्रवाई न हुआ होता के कारण मन बढ गई है । यह इस बात की सुबूत है कि कार्रवाई न होने से अधीन के ग्राम पंचायत में बिना चकरोड / पटरी सफाई या अन्य पर कार्य कराए ग्राम निधि के धन का बंदरबांट किए जा रही है । और सुविधा शुल्क न मिलने पर मौके पर पहुंच कर सचिव साहिबा प्रधान की क्लास लेते है अब देखना यह है कि भ्रष्ट्राचार की खबरे प्रकाशित होने के बाद कार्यवाही शुरु होगी या फिर भ्रष्ट्राचार का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा आने वाला समय बताएगा ।के